पुलिस को क्यों फेरना पड़ा एएसआई के अरमानों पर पानी? बिछड़े दिलों को ऐसे मिलाया
भिंड में पुलिस थाने में प्रेमी जोड़े की शादी इन दिनों चर्चा का विषय बनी है। दोनों ग्यारह साल से प्रेम बंधन में तो बंधे थे लेकिन बात सात फेरों के बंधन तक नहीं पहुंच पा रही थी। लड़की वाले तो विदा करने तैयार थे लेकिन लड़के के पिता को गरीब घर की बेटी को बहू बनाने में आपत्ति थी। दरअसल लड़के का पिता पुलिस विभाग में ही एएसआई के पद पर हैं। उनके कंधों पर एक फूल का सितारा समाज में उनके रुतबे और उंची पहुंच का परिचायक है। परिवार में बाकी लोग भी सरकारी नौकरी करते हैं।
ऐसे में मुरैना में पदस्थ एक फूल वाले साहब अपनी हैसियत से कमजोर परिवार को अपना संबंधी नहीं बनाना चाहते थे। वह किसी बड़े परिवार में अपने बेटे की शादी करना चाहते थे। आपको बता दें कि भिंड के जामना रोड पर रहने वाले अविनाश गाेयल और अर्चना गाेयल एक ही मोहल्ले में रहते हैं। दोनों का प्रेम प्रसंग करीब 11 साल से चला आ रहा था। अविनाश ने बीएससी और बीएड तक पढ़ाई की है। वहीं अर्चना नर्सिंग, बीएससी, बीएड तक पढ़ी है। एमएससी की पढ़ाई कर रही है।
पढ़ाई के दौरान ही दोनों की आंखें चार हो गईं। बात शादी तक पहुंची तो एएसआई साहब बीच में दीवार बनकर खड़े हो गए। प्यार के मिलन में आ रही बाधा को पार करने अविनाश तो आगे नहीं आ पा रहा था लेकिन अर्चना ने महिला थाने में विवाह की अर्जी दे डाली। कानूनी दांव पेंचों के जानकार एएसआई साहब कुछ ढीले तो पढ़े लेकिन वह यह मानने तैयार नहीं थे कि अर्चना बहू बने। हालांकि दबाव के चलते लड़के को स्वीकृति देनी पड़ी।
लेकिन बाद में फिर मामला ठंडा पड़ गया। लड़का प्यार तो अर्चना से करता था लेकिन अपने पिता के खिलाफ जाने से डर रहा था। दो दिन पहले अचानक अर्चना भिंड के देहात थाना पहुंची और 11 साल के प्रेम संबंध की कहानी सुनाई। विवाह की बाधा भी सुनाई। इसके बाद थाना प्रभारी प्रदीप सोनी ने लड़का और लड़की पक्ष को थाने बुलाया और काउंसिलिंग की। थाना प्रभारी ने दोनों परिवार
को सामने बैठाकर लड़की द्वारा लगाए जाने वाले आरोपों के बारे में पूछा। दोनों परिवार ने प्रेमप्रसंग की बात स्वीकारी। इस पर टीआई ने अविनाश से कहा कि शादी की बात महिला थाने में स्वीकार चुके हो। अब शादी नहीं करोगे तो मामला दर्ज होगा और जेल जाना पड़ेगा। अब दो रास्ते हैंं। शादी करो या जेल जाओ। इस पर लड़का शादी करने के लिए राजी हो गया। इसके बाद पुलिस की मौजूदगी में पशुपतिनाथ भगवान को साक्षी मानकर प्रेम विवाह कराया गया। दोनों परिवार के सदस्य व पुलिस जवान मौजूद रहे। पुलिस ने भी बिना देर किए रात साढ़े नौ बजे फेरे करवा दिए। इसके बाद फोटोशूट का कार्यक्रम भी हुआ। यह विवाह अब चारों ओर चर्चा का विषय बन गया है।