संक्रांति पर्व पर मप्र की प्रमुख नदियों में हुए स्नान, आस्था के साथ मना मीठा पर्व।
सूर्य के राशि परिवर्तन के दौरान मकर संक्रांति का पर्व प्रदेश में धूमधाम और धार्मिक तरीके से मनाया गया। श्रद्धालुओं ने नर्मदा, क्षिप्रा, बेतवां, ताप्ती, तवा आदि नदियों में आस्था की डुबकी लगाई। कड़ाके की ठंड पर लोगों का उत्साह परंपरानुसार भारी पड़ा। महाकाल की नगरी उज्जैन में रामघाट समेत क्षिप्रा घाटों पर बड़ी संख्या में लोगों ने डुबकी लगाई।
यहां नर्मदा और क्षिप्रा का संगम होने से लोगों की आस्था देखते ही बन रही थी। नर्मदापुरम में सेठानी घाट, कोरी घाट, विवेकानंद घाट समेत पवित्र नर्मदा में डुबकियां लगाईं। बरमान घाट में नर्मदा किनारे मेला लगा और लोगों ने नर्मदा घाटों के अलावा सूर्यकुंड में स्नान कर पुण्यलाभ लिया। दतिया स्थित 200 साल पुराने सूर्य मंदिर में भक्तों का तांता लगा रहा।
पहूज नदी में डुबकी लगाकर सभी ने सूर्य उपासना की। खंडवा जिले के ओमकारेश्वर में भी नर्मदा किनारे स्नान किए। विदिशा जिले में बेतवां नदी में लोगों ने स्नान किए। त्यौहार में दान का महत्व होने से दिनभर दानधर्म का सिलसिला चलता रहा। मंदिरों में विशेष साज—सज्जा की गई थी। नदी में डुबकियों के अलावा जगह—जगह मेले आयोजित किए गए। लोगों ने घरों में तिल, मूंगफली, राजगिर समेत परंपरागत लड्डू और मिठाईयों का आनंद लिया।