न बैंडबाजा न बारात,ऐसी हुई अनोखी शादी,परिजनों ने दिया आशीर्वाद
शादी विवाह के लिए जहां लोग लाखों रुपए खर्च करते हैं, वहीं कुछ लोग इसे फिजूलखर्ची मानते हैं। सोमवार को खंडवा में एक ऐसी ही शादी देखने को मिली। जिसमें न तो बैंडबाजे थे, न ही बारात। खंडवा कलेक्टोरेट में एक महिला डॉक्टर फियोना ने सादगी के साथ अपने मित्र प्रतीक के गले में वर माला डालकर शादी की और दोनों एक-दूजे के हो गए।
खंडवा कलेक्ट्रेट में यह विवाह सादगी के साथ रचाया गया। फियोना पेशे से डॉक्टर होकर और फिजियोथेरेपिस्ट है, वहीं प्रतीक ग्राफिक डिजाइनर का काम करते है। दोनों लंबे समय से एक-दूसरे को जानते थे और शादी करना चाहते थे। परिवार वाले भी शादी के लिए रजामंदी थे। दोनों परिवार के सामने एक साधारण कोर्ट मैरिज विवाह की बात रखी और परिवार वाले भी मान गए।
बस फिर क्या था, सज धज कर दूल्हा–दुल्हन परिवार के साथ कलेक्टर कार्यालय पहुंचे और शादी की प्रक्रिया पूरी कर एक-दूसरे के हो गए। फियोन ने बताया कि मैं परिवार पर शादी के खर्च का भार नहीं डालना चाहती थी और मैं खुद सक्षम हूं इसलिए मेरा मानना था कि शादी पर होने वाली फिजूल खर्ची को रोकना चाहिए। हम दोनों ने कोर्ट मैरिज कर खर्च मुक्त शादी करने का फैसला लिया और विवाह किया।