चारा काट रही मां से मिलने खेत पहुंचा अफसर बेटा, मां के साथ खेत में आत्मीय बातचीत का VIDEO हुआ VIRAL
एमपी के ग्वालियर के घाटीगांव एसडीओपी संतोष पटेल पुलिस विभाग में कुछ नया कर गुजरने वाले जज्बे के साथ काम कर रहे हैं. संतोष पटेल का अपराधियों से निपटने के सख्त रवैया और जनता के प्रति स्नेह और जागरूक करने वाला भाव लोगों को खूब भा रहा है. संघर्षों से जूझकर संतोष पटेल पहले फॉरेस्ट गार्ड बने, फिर वह एसडीओपी बन गए. संतोष पांच साल बाद पहली बार वर्दी पहनकर अपने गांव में गए. खेत में काम करती मां के साथ संतोष की आत्मीय बातचीत हुई. इस बातचीत का वीडियो सोशल मीडिया पर जमकर वायरल हो रहा है.
संतोष 3 दिन पहले सतना में अमित शाह के दौरे पर ड्यूटी करने गए थे. लौटते वक्त संतोष वर्दी में ही अपने गांव पन्ना जिले के देवगांव पहुंचे. घर पर मां नही थी, तो संतोष उनसे मिलने खेत पर पहुंच गए. वर्दी में संतोष और उनकी मां के बीच अपनी देशी भाषा में आत्मीय बातचीत हुई. संतोष ने इस बातचीत का वीडियो फेसबुक पर पोस्ट किया है.पैतृक गांव देवगांव में मां कोल्हू बाई पिता जानकी पटेल रहते है. महज 2 एकड़ जमीन एक छोटा सा मकान में आज भी माता पिता रहते है. माता पिता को कई बार अपने पास बुलाना चाहा लेकिन मां बाप ने अपनी मातृ भूमि को नहीं छोड़ा. अपने माता पिता की खुद्दारी पर डीएसपी संतोष पटेल को भी गर्व है. जिसे डीएसपी ने उन बीते लम्हों को अपनी कामयाबी के साथ खुद शेयर किया है.
गौरतलब है कि संतोष पटेल का बचपन संघर्ष में बीता है. पन्ना जिले के देवगांव के रहने वाले संतोष गांव के ही सरकार स्कूल में पढ़ते थे, पढ़ाई के साथ साथ संतोष को अपने पिता के साथ पत्थर तोड़ना, जंगल मे पौधे लगाना, तेंदूपत्ता संग्रहण में हाथ बंटाना पड़ता था. इसके बाद उत्कृष्ट विद्यालय पन्ना में दाखिला लिया. यहां 10वीं 12 वीं की पढ़ाई पूरी की. इसके बाद IIT पास कर भोपाल से सिविल इंजीनियरिंग का कोर्स पूर्ण किया.