बाँध के रिसाव से प्रशासन की उड़ी नींद 18 गांव खाली कराकर टीमें की तैनात
धार और खरगोन जिले के कारम बांध के रिसाव से शासन और प्रशासन की नींद उड़ी हुई है। हालात ये हैं की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान प्रभावित गांवों के लोगों से गाँव में न जाने को कह रहे हैं। साथ ही वे लगातार स्थिति पर नजर रखे हैं। साथ ही प्रधानमंत्री, केंद्रीय गृह मंत्री और जल शक्ति मंत्री से भी इस संबंध में बात की है। बताया गया की सभी 18 गाँव पूरी तरह से खाली करवा लिए गए हैं। गाँव में कोई न रहे इसके लिये टीम में घूम रही है। धार-खरगोन के कलेक्टर, एसपी, एडीएम, एसडीएम, तहसीलदार, नायब तहसीलदार, पुलिस और होमगार्ड के जवान, एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें, आर्मी के जवान फील्ड में तैनात हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि हम हर संभव कोशिश कर रहे हैं। कि हर जिंदगी सुरक्षित रहे और पानी बाहर निकल जाए। जिससे बाद लोग निश्चिंत होकर अपने-अपने गाँव वापस आ जाएँ। मुख्यमंत्री चौहान ने कहा कि हम सब मिल कर इन कठिन परिस्थितियों से बाहर निकलेंगे। बांध में पानी का रहना उचित नहीं है। इसलिए फैसला किया है कि बांध को काटकर पानी निकालेंगे और खाली करेंगे। जिसका काम भी शुरू कर दिया है। मंत्री राजवर्धन सिंह और जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट समेत कमिश्नर, आईजी, सिंचाई विभाग के इंजीनियर, चीफ इंजीनियर पूरा अमला मौजूद है। इस समस्या से निपटने आईआईटी रुड़की के प्रोफेसर गोयल से परामर्श लिया है।----