सागर-घर से निकलने वाले फल,सब्जी के छिलकों से बनाए सकते हैं मटका खाद || SAGAR TV NEWS ||
स्वच्छ सर्वेक्षण 2022 के अंतर्गत सागर नगर निगम द्वारा महाकवि पद्माकर सभागार में स्व सहायता समूह, रहवासी संघ और सफाई मित्रों को 6-आर के अंतर्गत मटका खाद बनाने की विधि बतायी गई। जिससे ये सभी महिलायें प्रेरक के तौर पर वार्डों में अन्य महिलााओं को भी मटका खाद बनाने की विधि से जागरूक करें। निगमायुक्त आर पी अहिरवार की मौजूदगी में ब्राण्ड एम्बेसडर महेश तिवारी और अमन ठाकुर ने सरल भाषा में सांकेतिक रूप से मटका खाद बनाने की विधि बताई और कहा की घर में उपयोग के बाद निकलने वाले मटके में 4-5 छोटे छेद करें और उसमें निकलने वाले फल, सब्जी के छिलकों को डाले, फिर उसमें मिट्टी और दही या छाछ भी डालें और उसको ढककर रख दें। हर दिन छिलके डालते रहें और कुछ दिन बाद कुछ मात्रा में गुड़ भी डाल दें। साथ ही जब ये मटका पूरा भर जाए तो उसका मुंह बांधकर अलग रख दें। इसके बाद 28 से 30 दिन के बाद जब इस मटके को खोलेंगे तो इसमें खाद तैयार हो जायेगी जो अपने घर में लगे पौधों के काम आयेगी। कार्यक्रम के आखिर में निगम आयुक्त आर पी अहिरवार ने कचरे को कम करने की जरुरत बताते हुये कहा कि शहर से हर दिन करीब 40 से 45 टन सूखा कचरा और 60 टन गीला कचरा निकलता है। जिसमें लगभग 5 टन पॉलीथीन होती है। इसलिये सभी सभी यह संकल्प लें कि घरों से निकलने वाले गीले कचरे से मटका खाद बनाये। वहीँ पॉलीथीन और प्लास्टिक डिस्पोजल की जगह पर स्टील के बर्तनों का उपयोग कर पॉलीथीन को रोक सकते हैं।