सरकारी स्कूलों की हालत खस्ताहाल तरस आएगा आपको ये तस्वीरें देखकर !
भले ही हमें आज़ाद हुए 75 साल हो गए हों लेकिन आज भी कई जगह से जो तस्वीर सामने आती हैं तो सोचने पर मजबूर होना पढ़ता है। खबर एमपी के सिवनी जिले से सामने आयी है। जहाँ आज भी नौनिहाल पेड़ के नीचे बैठकर पढ़ते हैं। पहली क्लास से लेकर चौथी क्लास तक के बच्चे रोज़ इसी तरह पेड़ के नीचे बैठकर ही पढ़ाई करते हैं। मौसम गर्म हो या ठंडा, बच्चों को रोज़ इसी तरह पढ़ाई करनी पड़ती है। पेड़ के नीचे बैठकर पढ़ने वाले बच्चे चीटे चीटियों से खासे परेशान हैं। तस्वीरें सिवनी ज़िले के कांचना गांव के हाई स्कूल की हैं। मिडिल स्कूल की बिल्डिंग तो खंडहर में बदलकर ग़ायब हो चुकी है। पुरानी दो इमारतें जर्जर हो चुकी हैं। अब स्कूल में सिर्फ़ तीन ही कमरे ठीक हालत में हैं। दो कमरों में नौवीं और दसवीं के बच्चों की क्लास लगती है। वहीं स्कूल के जर्जर भवन के दो बरामदों में पाँचवीं और सातवीं के बच्चे पढ़ते हैं। दो क्लास तो ऐसे जर्जर कमरों में लग रही हैं। जहां भवन निरीक्षण के लिए आए इंजीनियर ने ही जोखिम की बात कही है। यहाँ के क्या हालात हैं आप तस्वीरों में देख सकते हैं। स्कूल के शिक्षक ने बताया की हवा चलने से एक डाल बच्ची के ऊपर गिरी यहाँ बहुत परेशानी है। वहीँ प्राचार्य कैलाश लांजेवार ने कहा की मजबूर में बच्चों का यहाँ बैठना पढ़ता है।