बूचड़खाना चलाने वाले आरोपियों के गोदाम को प्रशासन ने किया ध्वस्त
एमपी के बैतूल में अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जा रही है। इसी के चलते अवैध बूचड़खाना चलाने वाले आरोपियों के सरकारी जमीन पर बने गोदाम को पुलिस और राजस्व की टीम ने जेसीबी मशीन से ध्वस्त कर दिया। पुलिस की मानें तो इन आरोपियों की और भी संपत्तियों की जांच चल रही है। जिसमें अगर कुछ अवैध पाया जाता है तो उसके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी। सोनाघाटी में सरकारी जमीन पर किया गया अतिक्रमण हटाया गया है। यह अवैध कब्जा बूचड़खाना मामले के आरोपियों का था। बताया जा रहा है कि सोनाघाटी में रेलवे पुल के पास सरकारी जमीन पर पिछले कई सालों से अवैध रूप से कब्जा था। यहां एक मकान बनाया गया था। इसकी कई बार शिकायतें भी हुई। इस मामले में नायब तहसीलदार रोहित विश्वकर्मा के न्यायालय में प्रकरण दर्ज कर बेदखली आदेश जारी किया गया था। इसके बाद भी जब अतिक्रमण नहीं हटाया गया तो नायब तहसीलदार रोहित विश्वकर्मा और कोतवाली टीआई रत्नाकर हिंगवे के नेतृत्व में कार्यवाही कर अतिक्रमण हटा दिया गया। शहर के बीच लंबे समय से चल रहे बूचड़खाने के खिलाफ पुलिस ने कार्यवाही की थी जिसमे फकरु मुवीन और रईश को आरोपी बनाया था।