अशोकनगर के चंदेरी में एक 20 साल के युवक अमन खान को देहरादून से आई पुलिस ने गिरफ्तार किया। उस पर एक महिला आईपीएस की फर्जी आईडी बनाकर उनके दोस्तों को अश्लील वीडियो भेजने का आरोप देहरादून पुलिस का था। जिसके बाद आईटी एक्ट में मामला दर्ज हुआ था और कोर्ट के आदेश पर युवक को चंदेरी से गिरफ्तार किया गया। तो वहीं पूरे मामले में गिरफ्तारी को लेकर चंदेरी पुलिस और देहरादून पुलिस आमने-सामने आ गई।
दरअसल चंदेरी पुलिस को युवक के परिजनों ने सूचना दी कि उनके बेटे को कुछ लोगों ने अपहरण कर जबरन गाड़ी में बिठा कर ले गए। मामला थाना प्रभारी के संज्ञान में आने के बाद उन्होंने तुरंत आसपास के क्षेत्र में घेराबंदी शुरू की इस दौरान चंदेरी से 20 किलोमीटर दूर राजघाट चौकी पर पुलिस ने उस गाड़ी को पकड़ लिया जिसके बाद देहरादून पुलिस और उस युवक को गाड़ी समेत चंदेरी थाने लेकर आए। जहां पर चंदेरी थाना प्रभारी ने देहरादून पुलिस को जमकर फटकार लगाई साथ ही नियम विरुद्ध युवक को ले जाने की बात कही गई ल। तो वही देहरादून से आए एसआई का कहना था कि हमने कोई नियम विरुद्ध गिरफ्तारी नहीं की लोकल पुलिस को सूचना देना जरूरी नहीं था। लेकिन पूरे मामले में कहीं ना कहीं देखा जाए तो यदि युवक रास्ते में कुछ होता है तो इसकी जिम्मेदारी किसकी थी, ना तो देहरादून पुलिस द्वारा मेडिकल परीक्षण किया गया, ना ही उसकी कोरोना जांच कराई गई,और न ही उन्होंने युवक की गिरफ्तारी चन्देरी में करना दिखाई गई।
सुनिए चंदेरी प्रभारी उपेंद्र भाटी और देहरादून से आये एसआई लोकेंद्र बहुगुणा का क्या कहना है।
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