सागर के बुन्देलखण्ड मेडीकल कॉलेज से दो दिन पहले कोरोना मरीज मुन्नालाल जैन लापता हो गए थे उनका शव सागर रेलवे स्टेशन के बाहर संदिग्ध हालात में मिला है, जिसके बाद सवाल खड़े हो रहे कि आखिर मुन्नालाल जैन यहां तक पहुंचे कैसे, और जो बीएमसी ने बेहतर ईलाज कराने के लिए डिस्चार्ज किया था वह किसके कहने पर हुआ मृतक के परिजनों ने इसमें बीएमसी पर गंभीर लापरवाही करने के आरोप लगाए है
निमोनिया के लक्षण की शिकायत पर आशोकनगर के बमौर निवासी 55 बर्षीय मुन्नालाल जैन को सागर मे उनके परिजनो ने 14 अप्रैल को इलाज के लिए बीएमसी मे भर्ती किया गया था जहाँ कोविद पॉजिटिव होने पर उनका इलाज भी शुरु हुआ था इसी बीच 19 अप्रैल को एकाएक उनसे परिजनो का मरीज से संपर्क नही होने पर जब उन्होंने बीएमसी प्रंबधन से जानकारी मांगी तो उन्होंने मरीज के डिस्चार्ज होने की बात बताई जहां मामले मे मरीज के परिजनो को कोई सूचना नही दिए जाने पर जब उन्होंने उनकी तलाश शुरू की तो कोई पता नही लगा जिसके बाद इस मामले मे गोपालगंज थाना मे गुमशुदगी की रिपोर्ट भी दर्ज कराई थी जिसके बाद दो दिन बाद उनका शव संदिग्ध अवस्था मे रेलवे स्टेशन के बाहर मिला है
पुलिस ने इस मामले में जाँच शुरु कर दी है
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