पंचतत्व में विलीन हुआ रीवा का लाल नम आंखों से दी गई शहीद को अंतिम विदाई
रीवा के सपूत लक्ष्मीकांत द्विवेदी आज पंचतत्व में विलीन हो गए.पूरे गांव ने नम आंखों से उन्हें अंतिम विदाई दी.उनके छोटे भाई रविकांत द्विवेदी ने उन्हें मुखाग्नि दी. इस दौरान छत्तीसगढ़ से आए जवानों ने उन्हें गार्ड ऑफ ऑनर दिया. एक दिन पहले यानी गुरुवार को CAF हेड कांस्टेबल लक्ष्मीकान्त द्विवेदी छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा में नक्सलियों द्वारा प्लांटेड प्रेशर बम की चपेट में आने से शहीद हो गए थे. शुक्रवार को रायपुर से विशेष वाहन के जरिए लक्ष्मीकांत द्विवेदी का पार्थिव शरीर गांव बरछा लाया गया और अंतिम संस्कार किया गया. रीवा जिले की त्योंथर तहसील के बरछा गांव में जन्मे लक्ष्मीकांत द्विवेदी छत्तीसगढ़ में पदस्थ थे. उनके दो भाई इंजीनियर हैं,बता दें बीते कल शहीद लक्ष्मीकांत द्विवेदी दंतेवाड़ा के पहुरनार में पुलिया के काम में सुरक्षा में लगे हुए थे तभी वह नक्सलियों के द्वारा लगाए गए आईईडी बम की चपेट में आ गए तथा उनके शरीर का आधा हिस्सा 50 फीट दूर वही आधा हिस्सा 50 फीट ऊंचे आम के पेड़ में जा गिरा जिसके बाद स्थानीय लोगों ने इसकी सूचना प्रशासन को दी तब दंतेवाड़ा एसपी ने शहीद की शहादत की पुष्टि की वही इस दुख की घड़ी में परिजनों से मिलने पहुंचे मध्य प्रदेश के राज्य मंत्री रामखेलावन पटेल ने सरकार के द्वारा 1 करोड रुपए की सहायता राशि सहित परिवार के एक सदस्य को नौकरी दिलाने का आश्वासन दिया है