चेकिंग में दिखाई गर्मी, पुलिसकर्मी को जमीन पर पटका, पुलिस ऐसे निकाला जुलूस ?
इंदौर के खजराना क्षेत्र में एक रईसजादे ने जमकर बवाल काटा। यातायात पुलिस चेकिंग के दौरान पुलिसकर्मियों से मारपीट कर जमीन पर पटक दिया। नशे की हालत में उसे थाने ले जाया गया। जहां उसने मंत्रियों से नजदीकि का हवाला देकर जमकर धौंस दिखाई। इतना ही नहीं वह थाने से वाहन समेत चला भी गया। जब मामले के वीडियो सामने आए तो पुलिस की फजीहत होती दिखी। अधिकारियों को पता चला कि आरोपी रईसजादा इतना सब करने के बाद लॉकअप में नहीं है तो उसे पकड़ने के आदेश दिए गए।
इसके बाद तो पुलिस ने उसकी लू उतार दी। आरोपी का जब जुलूस निकाला तो कान पकड़कर बोलते दिखा कि कोई गुुंडा नहीं हूं। दरअसल पूरा मामला रोबोट चौराहे पर रविवार रात की रात का है। यहां पर खजराना पुलिस चेकिंग कर रही थी। इसी दौरान आरोपी करणदीप धारीवाल पिता सोंटा सरदार की गाड़ी को रोका गया था। इस पर इस पर शराब के नशे में चूर करणदीप ने यातायात एसआई ब्रजराज और पुलिसकर्मी विकास शर्मा से बहस और अभद्रता की। सिपाही विकास के साथ मारपीट भी की और जमीन पर गिरा दिया।
जब उसे थाने लाया गया तो करणदीप पर केस दर्ज नहीं करने को लेकर कई राजनीतिक लोगों के कॉल भी आ गए। बावजूद, पीड़ित सिपाही उसके खिलाफ कार्रवाई करने के लिए अड़ गए। आरोपी राजनैतिक रसूख दिखाते हुए यहां भी दादागीरी कर थाने से भाग निकला। आरोपी के पिता के सरकार के एक मंत्री से घनिष्ट संबंध हैं। इसका फायदा उठाकर करणदीप गाड़ी में चाबी लगाकर पुलिस स्टाफ के सामने ही थाने से चला गया।
अफसरों की फटकार के बाद पुलिस ने रात में ही उसे दोबारा पकड़ा। सोमवार को कोर्ट भेजने के पहले खजराना इलाके में टीआई सुजीत श्रीवास्तव ने उसका जुलूस निकाला गया। उसे कान पकड़कर पैदल चलाया। जिस जगह उसने पुलिसकर्मियों से बदसलूकी की थी उसी जगह कान पकड़कर माफी मंगवाई। जब पुलिस ने उससे कहा कि गुंडागर्दी करते हो। इस पर वह बोला- गुंडा नहीं हूं। पुलिस अफसर कहते दिख रहे हैं कि 6 केस तो मारपीट के हैं। अब 8 हो गए हैं।