झोलाछाप ने लगाया इंजेक्शन, युवक की बिगड़ी तबीयत, पुलिस ने किया मामला दर्ज
झोलाछाप डॉक्टर पर मामला दर्ज बिना डिग्री लिए लगाया था इंजेक्शन
झोलाछाप ने लगाया इंजेक्शन, युवक की बिगड़ी तबीयत, पुलिस ने किया मामला दर्ज
ग्वालियर में इलाज के दौरान युवक की जान जाने का मामला सामने आया है। पैरालिसिस होने पर परिजन युवक को इलाज के लिए झोलाछाप के यहां ले गए थे। जहां इंजेक्शन लगाते ही उसकी तबीयत बिगड़ गई थी। जांच में पता चला कि डॉक्टर के पास न तो इलाज संबंधी डिग्री है और न ही अस्पताल खोलने का लाइसेंस लिया है। पुलिस ने दो लोगों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया है। जानकारी के मुताबिक 23 मार्च को मुरार थाना अंतर्गत तृप्ति नगर नदी पार टाल पर रहने वाले नेमीचंद वर्मा की तबियत खराब हो गई थी। इसी के बाद वे भटेले मेडिकल के सामने स्थित डॉक्टर अनुज मौर्य की क्लिनिक पर इलाज कराने गया था। इलाज के दौरान डॉक्टर ने नेमीचंद को इंजेक्शन दिया था। जिसके बाद नेमीचंद की तबियत ज्यादा खराब हो गई थी और वह बेहोश हो गया था। नेमीचंद को उसका भाई पदमेश और पत्नी गोला का मंदिर स्थित एक निजी अस्पताल में बेहोशी की हालत में ले गए थे। जहां डॉक्टरों ने सांसें बंद होने की बात कह दी। नेमीचंद के भाई पद्मेश का आरोप था कि डॉक्टर ने इलाज में लापरवाही बरती है जिसके चलते उसके भाई की जान चली गई। एएसपी निरंजन शर्मा ने बताया कि डॉक्टर अनुज मौर्य से डॉक्टरी से संबंधित आवश्यक दस्तावेज तलब किए थे। लेकिन दस्तावेज उपलब्ध नहीं कराए गए। अस्पताल संबंधी लाइसेंस नहीं था। जांच में पाया कि लापरवाही से इलाज करने से उसकी जान गई थी। इसी के चलते आरोपी अनुज मौर्य और कमल वर्मा के खिलाफ विभिन्न धाराओं में मामला दर्ज किया गया है