बोरवेल में बच्चा गिरने के मामले में एसडीओ-सीईओ सस्पेंड, मुख्यमंत्री ने दिए आदेश
रीवा बोरवेल से आई बुरी खबर 40 घंटे के प्रयास असफल
बोरवेल में बच्चा गिरने के मामले में एसडीओ-सीईओ सस्पेंड, मुख्यमंत्री ने दिए आदेश
रीवा में बोरवेल में फंसे पांच साल के बच्चे मयंक को बचाने चल रहे प्रयास सफल नहीं हो सके। रविवार की सुबह जब तक एनडीआरएफ की टीम मयंक तक पहुंची तब तक उसकी सांसें थम चुकी थीं। 40 घंटे तक रेस्क्यू चलाया गया। मुख्यमंत्री के निर्देश पर जनपद सीईओ और पीएचई एसडीओ को निलंबित किया गया है। गौरतलब है कि शुक्रवार की शाम करीब चार बजे रीवा से 90 किमी दूर मनिका गांव में विजय आदिवासी का 5 साल का बेटा खुले बोरवेल में गिर गया था। बच्चा हार्वेस्टर के बाद गेहूं की बाली बीनने गया था। खेत मालिक हीरामणि मिश्रा ने बोरवेल को खुला छोड़ दिया था। बच्चा फिसलकर संकरे बोर में 60 फीट नीचे गिरकर फंस गया था। सूचना मिलने पर एनडीआरएफ, एसडीआरएफ सहित स्थानीय प्रशासन की टीमें बचाव में जुट गई थीं। चार पोकलेन और 8 जेसीबी मशीनों से बोरवेल के पास खुदाई कर टनल बनाई थी। हर संभव प्रयास किए गए। कलेक्टर प्रतिभा पाल ने बताया कि 40 घंटें के रेस्क्यू के बाद भी बच्चे को नहीं बचा सके। सुबह 8 बजे ही बच्चे की लोकेशन मिली थी। गड्ढा संकरा था। इस कारण बच्चे तक जल्दी नहीं पहुंच सके। इधर मुख्यमंत्री मोहन यादव ने घटना पर दुख जताते हुए परिवार के साथ खड़े होने की बात कही है। सीएम मोहन यादव के निर्देश के बाद त्योंथर जनपद के सीईओ और पीएचई विभाग के एसडीओ को सस्पेंड किया गया है। बच्चे के परिजनों को रेडक्रॉस की ओर से 4 लाख की आर्थिक सहायता दी गई है। मुख्यमंत्री ने सभी से इस तरह खुले पड़े बोरवेल को ढकने की अपील की है।