अरब देश के खजूरों की मांग अधिक, सेहत के साथ स्वाद बेमिसाल, कीमत सुनकर चौंक जाएंगे आप
खजूरों से सज गए बाजार रमजान माह में बढ़ी डिमांड
अरब देश के खजूरों की मांग अधिक, सेहत के साथ स्वाद बेमिसाल, कीमत सुनकर चौंक जाएंगे आप
रमजान का महीना हो और खजूर का जिक्र न हो, ऐसा हो ही नहीं सकता। आज हम आपको बुरहानपुर के बाजार में ले चलते हैं। यहां 70 से भी ज्यादा वैरायिटी के खजूरों से दुकानें सजी हुई हैं। यह खजूर इराक, ईरान, इंडोनेशिया, मक्का मदीना, अरब देशों से आता है। बात इनकी कीमत की करें तो 80 रुपए से लेकर 2400 रुपए में उपलब्ध है। लोग अपनी हैसियत के हिसाब से इनकी खरीदी कर रहे हैं। ग्यारह महीने की बिक्री एक तरफ और पाक महीने में खजूर की खपत एक तरफ। अनुमान के मुताबिक एक महीने में ही ढाई सौ टन खजूर की बिक्री होती है। हर दिन 7 टन खजूर दुकानों से बेचा जाता है। इस खपत के पीछे धार्मिक कारण और वैज्ञानिक महत्व भी शामिल है। इस्लामिक मान्यताओं के मुताबिक खजूर पैगंबर हजरत मोहम्मद का पसंदीदा फल था। मोहम्मद साहब खजूर खाकर ही रोजा खोलते थे। इसलिए इस्लाम को मानने वाले खजूर खाकर ही रोजा खोलते हैं। रोजेदार के लिए खजूर से रोजा इफ्तार करना सुन्नत कहा जाता है। यह सेहत के लिए काफी लाभदायक माना जाता है। यह शरीर को तुरंत एनर्जी देता है। इससे थकावट दूर होती है। पाचक होने के साथ ही रोग प्रतिरोधात्मक क्षमता बढ़ाता है। यह गठिया, कब्ज, कमरदर्द, हार्ट डिसीज में उपयोगी माना जाता है। इस तरह से सेहत और सुन्नत दोनों के माध्यम खजूर का पाक महीने में उपयोग कितना जरूरी है। यह आप समझ ही गए होंगे। वैसे तो बाजार में इसकी कीमत 80 रुपए किलो से शुरू हो जाती है लेकिन खास किस्म के खजूरों के लिए आपको कुछ ज्यादा ही बजट की जरूरत पड़ सकती है। व्यापारी समीर बागवान ने बताया कि उनकी दुकान में 100 रुपए से लेकर 2400 रुपए किलो का खजूर मौजूद है। रोजे से ताल्लुक होने से रमजान के पाक महीने में खजूरों की बिक्री बढ़ जाती है। गली-चौराहों से लेकर स्पेशल दुकानों तक खजूर ही खजूर सजे दिख रहे हैं। लोग इसे पिंड खजूर के नाम से भी जानते हैं।