कांग्रेस और कमलनाथ को फिर लगा झटका, छिंदवाड़ा मेयर ने क्यों थामा बीजेपी का दामन ?
छिंदवाड़ा महापौर भाजपा में शामिल बोले यहां कमल का फूल ही खिलेगा
कांग्रेस और कमलनाथ को फिर लगा झटका, छिंदवाड़ा मेयर ने क्यों थामा बीजेपी का दामन ?
मध्य प्रदेश में कांग्रेस और पूर्व सीएम कमलनाथ को झटके पर झटके लग रहे हैं। अमरवाड़ा के विधायक कमलेश शाह के बीेजेपी ज्वाइन करने के बाद अब महापौर विक्रम अहाके ने भी पाला बदल लिया है। भोपाल में उन्होंने मुख्यमंत्री मोहन यादव और प्रद्रेशाध्यक्ष वीडी शर्मा के समक्ष पार्टी की सदस्यता ले ली। उन्होंने ने दावा कि इस बार छिंदवाड़ा में कमल ही खिलने वाला है। गौरतलब है कि छिंदवाड़ा सीट पर भाजपा की विशेष नजर है। यह एकलौती लोकसभा सीट है जो एमपी में कांग्रेस के पाले में है। इसलिए भाजपा की इस सीट पर नजर जमी हुई है। पार्टी का इस बर पूरी 29 सीटें का लक्ष्य है। यह पहला मौका नहीं है जब कमलनाथ के गढ़ में कांग्रेस को झटका लगा है। लगातार कई महीनों से यह सिलसिला जारी है। अब महापौर विक्रम अहाके ने भी पार्टी को अलविदा कह दिया है। उनकी गिनती कमलनाथ के खास समर्थकों में होती है। उनके साथ निगम अध्यक्ष और कुछ पार्षदों ने भी सदस्यता ली है। महापौर अहाके ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री मोहन यादव की विकास योजनाओं से प्रेरित होकर वह भाजपा में शामिल हुए हैं। उन्होंने कहा कि इस बार यहां से विवेक बंटी साहू ही जीत दर्ज करेंगे। इधर वीडी शर्मा ने कहा कि कमलनाथ छिंदवाड़ा में एक्सपोज हो चुके हैं। कांग्रेस कार्यालय से लेकर कमलनाथ आवास तक भ्रष्टाचार फैला है। उन्होंने कमलनाथ को करप्शन नाथ तक कहा। उन्होंने नकुलनाथ पर भी विधायक कमलेश शाह के अपमान का आरोप लगाया। महापौर के कांग्रेस छोड़ने से पार्टी को कितना नुकसान होगा यह तो चुनाव के बाद पता चलेगा। फिलहाल कमलनाथ के गढ़ में जारी पलायन राजनैतिक गलियारों में चर्चा का विषय बना है।