दस मिनिट तक बरसते रहे बेर के आकार के ओले, गेहूं, चना, मसूर की फसलों को नुकसान
मौसम में बदलाव एक बार फिर किसानों के लिए मुसीबत साबित हुआ है। दतिया जिले के ग्रामीण इलाकों में तेज, हवा, पानी और ओलावृष्टि देखने को मिली। 28 दिन बाद फिर बरसे ओलों ने किसानों को फिर चिंता में डाल दिया। इस बार ओलों ने सिमरिया और उससे सटे कुम्हरिया गांव में भारी नुकसान पहुंचाया।
8-10 मिनट तक बेर के आकार के ओले गिरते रहे। जिससे दोनों गांव की साढ़े तीन हजार बीघा से अधिक जमीन में खड़ी गेहूं की फसलों को 50 प्रतिशत से ज्यादा नुकसान हुआ है। किसानों ने बताया कि फसल कटने के लिए तैयार थी। आठ दिन में किसान हार्वेस्टिंग शुरू कर देते। लेकिन ओलावृष्टि और आंधी बारिश की वजह से फसलों को तो नुकसान तो हुआ ही है,
साथ ही जमीन गीली हो जाने से थ्रेसिंग और हार्वेस्टिंग कार्य में कम से कम 15 दिन की देरी हो जाएगी। उनाव वृत तहसीलदार शिल्पा सिंह ने बताया कि उनाव क्षेत्र के एक ग्राम सिमरिया से ही ओले गिरने की सूचना आई है। जानकारी के अनुसार शुक्रवार को दतिया छोड़कर बाकी जगहों पर कहीं कम तो कहीं तेज आंधी के साथ बारिश हुई। खड़ी फसल के साथ कटी पड़ी चना, मटर और मसूर की फसल को भी भारी क्षति पहुंची है।