Sagar-होली के बीच भाई दूज का पर्व जेल में परंपरानुसार मनाया गया। जानिए क्या बोली बहनें ?
भाई-बहन के प्रेम का प्रतीक भाई दूज खुरई उपजेल में बड़े ही हर्षोल्लास के साथ मनाया गया। दूर—दूर से आईं बहनों ने भाइयों तिलक लगाकर आरती उतारी और उनकी लंबी उम्र की कामना की। उपजेल में जब भाई—बहनों की मुलाकात हुई तो दोनों की आंखों में आंसू निकल आए। इसके अलावा जेल के बाहर प्रतीक्षालय के अधूरे निर्माण के कारण धूप से बचने के लिए बड़ी संख्या में आई महिलाएं छांव तलाशते रही।
भाई बहन की हुई मुलाकात में कई भाइयों के आंसू छलके तो कई बहनें भी अपने आंसू रोक न सकी। बता दे कि खुरई उपजेल में बंद 142 कैदी भाइयों को भाई दूज पर तिलक लगाने के लिए बहने उपजेल पहुंची थी। जहां पर जेल प्रबंधन के द्वारा समुचित व्यवस्था की गई थी। यहां पर एक लाइन लगाई गई जिसके बाद सभी को जेल के अंदर प्रवेश दिया गया। इसके बाद उनके भाइयों से मुलाकात हो सकी। जहां बहनों ने अपने भाईयों को तिलक लगाकर लंबी उम्र की कामना की ओर भाई-बहन की आंखों में आंसू निकल पड़े।