Sagar- सेंट्रल जेल में कैसे मनाया गया भाई दूज, भाइयों को देखते ही छलके बहनों के आंसू
केंद्रीय जेल सागर में भाई दूज का पर्व मनाया गया, जिसमे बहनो ने जेल के अंदर बंद भाईयों को तिलक लगाया, भाई बहिनो की मुलाक़ात में कोई परेशानी न हो इसके लिए जेल प्रबंधन द्वारा व्यवस्थाएं की गई थी, सुबह 8 बजे से ही बहिने अपने भाइयो से मिलने के लिए जेल पहुंच गई थी, और फिर लंबी लंबी कतारों में लगकर इन्तजार करते हुए भी नजर आई,
जब वह जेल के अंदर पहुंची और अपने भाइयो को तिलक लगाया तो उनकी आँखों से झर झर आंसू बहने लगे, शाम 5 बजे तक मुलाक़ात चलती रही, जिसमे करीब 1500 से बंदियों की मुलाकात करवाई गई, सेन्ट्रल जेल होने की वजह से सागर के आलावा यहां पर दमोह, टीकमगढ़, निवाड़ी और रायसेन जिले के सजा याफ्ता कैदियों को रखा जाता है,
और भी अन्य जगह के बंदी है, दूर दूर से लोग जेल में बंद अपने परिजनों से मिलने के लिए पहुंचते है, बहनो के साथ में उनके बच्चे पत्नी और माँ को अपने बेटे या पति को देखने का मौका मिल जाता है, केंद्रीय जेल अधीक्षक मानेन्द्र सिंह परिहार ने बताया कि जो बंदी अपने परिवार से दूर होते है उनका भी त्यौहार अच्छा हो जाए, इस दिन बहिने भाई को टीका लगाने के लिए आती है उन्हें कोई परेशानी न हो इसकी व्यवस्था की गई है, पर्याप्त समय भी उन्हें दिया जा रहा है,