पढ़ाई की जगह कक्षाओं में लग रहे ठुमके, सोशल मीडिया पर डाली जा रहीं पोस्टें
यूनिवर्सिटी बनी रील बनाने का अड्डा छात्राएं कक्षाओं में बना रहीं रील्स
पढ़ाई की जगह कक्षाओं में लग रहे ठुमके, सोशल मीडिया पर डाली जा रहीं पोस्टें
शिक्षा का मंदिर बुंदेलखंड यूनिवर्सिटी छतरपुर इन दिनों मोबाइलों पर रील बनाने का अड्डा बनती जा रही है। छात्र-छ़ात्राएं यूनिफार्म पहनकर कक्षाओं और कैंपस में रील बनाकर सोशल मीडिया पर जारी कर रहे हैं। कक्षाओं से शिक्षकों के नदारद रहने पर रील बनाने का काम शुरू हो जाता है। यूनिवर्सिटी इस पर लगाम कसने में नाकाम दिख रही है। यूनिवर्सिटी में अध्ययनरत विद्यार्थियों के द्वारा कैंपस और कक्षाओं के अंदर बनाकर सोशल मीडिया अकाउंट में वायरल किए जा रहे हैं। इस संबंध में छात्र संघ द्वारा यूनिवर्सिटी प्रबंधन से शिकायत भी की गई, लेकिन इसके बाद भी सुधार नहीं हो सका है। अभी हाल ही में बीकॉम की छात्राओं के द्वारा कैंपस के अंदर रील्स बनाकर अपने अकाउंट पर कई सारे पोस्ट किए गए है। छात्राएं पिछले कई महीने से कैंपस के अंदर फिल्मी गानों और बुंदेली राई पर रील्स बना रही है। इसके पहले भी एनएसएस के छात्रों के द्वारा वीडियो बनाने का मामला सामने आया था। इसके अलावा एक छात्रा के द्वारा शताब्दी हॉल के सामने और कक्षा के अंदर ब्लैक बोर्ड पर आपत्ति जनक शब्द लिखते हुए वीडियो पोस्ट हुआ था। इस संबंध में प्रबंधन को जानकारी होने के बाद भी छात्रों को किसी प्रकार की समझाइश नहीं दी जा रही है। यूनिवर्सिटी कैंपस में मुख्य रूप से छात्र-छात्राएं अपनी कक्षाओं के अंदर, कैंपस पार्क में, शताब्दी हॉल के पास, छात्रवृत्ति शाखा के पास और कर्मशिला भवन में अपने रील्स बनाते है। नए भवन में कक्षाएं नियमित रूप से संचालित न होने से यहां छात्र-छात्राओं को हमेशा ही टाइम पास करते देखा जाता है। इस दौरान वह अपने वीडियो भी बनाते है। गौरतलब है कि मप्र के सतना में ही कुछ दिन पहले रील बनाने के शौकीन छात्र—छात्रा ने रेलवे स्टेशन पर सपना चौधरी के गानों संबंधी रील बना डाली थी। इस पर उन पर मुकदमा दर्ज हुआ था। अब देखना यह है यूनिवर्सिटी में रील बनाने का रोग कब थमता है।