सागर में दिखायेंगे 400 प्रकार के विलुप्त चावल, शाश्वत जीवन शैली पर प्रदर्शनी
सागर में 13 मार्च को पद्माकर सभागार में जैविक खेती और शहरी किचिन गार्डन पर कार्यशाला का आयोजन होगा इसमें मिलेटस पर प्रदर्शनी भी आयोजित की जा रही है जिसमे 400 प्रकार के देसी चावल की वैरायटी भी शामिल होंगी, दरअसल मुनि श्री क्षमा सागर जी समाधि दिवस पर समाधिष्ठ संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर महाराज को विनयांजलि दी जावेगी। मैत्री समूह सागर के द्वारा भाग्योदय तीर्थ स्थित समाधि स्थल पर सर्वप्रथम प्रार्थना सभा का आयोजन सुबह सात बजे से किया गया है।
जिसके पश्चात वर्णी भवन मोराजी मे सुबह साढे आठ बजे से विधान रखा गया है। दोपहर मे एक बजे से रात्रि दस बजे तक मोतीनगर चौराहा स्थित पद्माकर सभागार मे शाश्वत जीवन शैली प्रदर्शनी लगाई जा रही है। सायंकाल सात बजे से दस बजे तक सद्गुरू म्हारे आंगना कबीर संगीत का आयोजन किया जा रहा है। मैत्री समूह सागर से जुडे राकेश जैन चच्चाजी, मनोज जैन, विवेक सिंघई, अमित चौधरी, सपना चौधरी, अर्पिता सिंघई, शशांक जैन ने पत्रकारो से चर्चा के दौरान बताया कि मुनि श्री के दसवे समाधि दिवस पर गुरू भक्ति पर केंद्रित कबीर संगीत मे मालवाचंल के कालूराम बामनिया को हाल ही मे पदमश्री राष्ट्रीय सम्मान से सम्मानित किया गया है। वही अंतरराष्ट्रीय गायक अरूण गोयल भी
कबीर के जीवंत मौखिक परम्परा का हिस्सा है। उन्होने बताया कि दोपहर मे जैविक खेती और शहरी किचन गार्डन पर कार्यशाला रखी गई है। जैविक खेती और गौ पालन पर छतरपुर के गांधी आश्रम से दमयंती बहन का व्याख्यान होगा। मिलेटस के स्वास्थ्य लाभ और मिलेटस को बनाने के सही तरीके पर कार्यशाला मे उदयपुर के रोहित जैन जानकारी देगे। जल संवर्धन और वर्षा जल संरक्षण पर बडवानी के रहमत भाई तकनीक सामने रखेगे। इस अवसर पर ही अमूर्त शिल्पी,समकालीन साहित्य और मुनिश्री क्षमासागर जी, शंका समाधान पुस्तको का विमोचन किया जावेगा। संत शिरोमणि आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज के समता पूर्वक समाधि पर भावपूर्ण विनयांजलि सभा मे इंदौर के वरिष्ठ पत्रकार चिन्मय मिश्र भारतीय पारंपरिक वस्त्र और आचार्य श्री विद्यासागर जी महाराज से चर्चा पर कर्नेगे।