सागर-चमत्कारिक दवा से ठीक हो रहा कैंसर, हजारों मरीजों को ठीक करने का दावा
सागर में ठीक हो रहा कैंसर ! चमत्कारिक दवा से बीमारी छूमंतर
सागर-चमत्कारिक दवा से ठीक हो रहा कैंसर, हजारों मरीजों को ठीक करने का दावा
सागर से करीब 40 किलोमीटर दूर रहली ब्लॉक से 10 किलोमीटर दूर जबलपुर रोड पर रजवास गांव हैं. यहां से गांव में बिजासन माता का मंदिर है इसी मंदिर परिसर में दवा का सेवन कराया जाता है.
कैंसर एक घातक बीमारी है, जिसका इलाज कठिन होने के साथ-साथ महंगा भी है. लेकिन, सागर में इस बीमारी का चुटकियों में इलाज कर दिया जा रहा है. अब इसे आप अंधविश्ववास समझें या मान्यता, पर बड़ी संख्या में लोगों को इससे लाभ भी हुआ है. 12 साल से हर मंगलवार को यह दवा पिलाई जा रही है, जिसके लिए कई प्रदेशों से सैकड़ों लोग एकत्र होते हैं. कैंसर मरीजों को दिन में तीन बार औषधि पिलाई जाती है. इसके बाद हमेशा के लिए इस बीमारी से मुक्ति मिल जाती है, दवा पीने के साथ जिंदगी भर के लिए शराब जैसी कुछ चीजों का परहेज भी करना पड़ता है. तभी इसका लाभ मिलता है
औषधि को पिलाने वाले बाबू पटेल बताते हैं कि पहले यह स्थान जाग्रत नहीं था फिर माता की कृपा हुई तो अब यह सिद्ध स्थान है, माई की कृपा से अब तक हजारो लोगो को इस बीमारी से आराम मिला है, उन्हें 12 साल पहले माता ने सपना दिया था. तब से वह जंगल से यह जड़ी बूटी लाते हैं. यह बूटी नदी किनारे भी पाई जाती है. जिसे लाकर मंदिर में रख देते हैं. फिर बीजासेन माता की कृपा से एक गिलास में डालते है साथ में माता की भभूती भी डालते है फिर पानी में घोलकर मरीज को पिलाते हैं.शरीर के किसी भी अंग में कैंसर हो मरीज को जरुरु आराम मिलता है,
खुरई खिमलासा से खिमलासा से पहुंची सीमा विश्वकर्मा ने बताया उनके पैर में बीमारी है, 2 साल से अलग-अलग जगह का इलाज करवा रही है, हाथ पैर कांपते हैं, खाना भी अच्छे से नहीं खा पाते थे, एक बार दवा पीने के बाद अच्छा लगा रहा कर रहे हैं, शिवनी के रामकृष्ण ठाकुर ने बताया की पिछले दस से वह यहां से जुड़े हुए है, अब तक 62 मरीजों को निस्वार्थ भाव से लेकर आ चुका है, जिसमे से 60 को जीवित है बीमारी से मुक्ति मिली है।
झांसी के लक्ष्मी कुमार ने बताया कि उनके गले में छाले है जब तक दवा खाते है तब तक ठीक रहता है, इसलिए यहां आये है हमारे गांव से एक बुजुर्ग आये थे उन्हें आराम मिला है इसलिए अब हम आये है, दो बार की दवा पीने के बाद बहुत राहत है, आगरा से आये बुजुर्ग ने बताया कि एक पुलिसकर्मी ने उन्हें इस स्थान के बारे में बताया है, अपनी पत्नी को लेकर यहां पहुंचे है एक बार सुबह दवा ली है,