सागर-अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर वॉकेथन का आयोजन, साड़ी पहनने के गिनाए फायदे
पारंपरिक परिधानों और हैंडलूम क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए सागर में एक वाकेथन का आयोजन किया गया। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस की पूर्व संध्या पर यह वाकेथन प्रशासन की देखरेख में हुई। इसमें शहर के मुख्य मार्गों पर महिलाओं को साड़ी पहनने के प्रति जागरूक किया गया। नगर की प्रतिष्ठित महिलाओं ने साड़ी पहनने का महत्व बताते हुए बाकी महिलाओं को संकल्प दिलाया।
संत रविदास मध्य प्रदेश हस्तशिल्प एवं हथकरघा विकास निगम द्वारा आयोजित वाकेथन की शुरूआत खेल परिसर से हुई। मुख्य मार्गों से होते हुए इसका समापन सिटी स्टेडियम में हुआ। वाकेथन का उद्देश्य भारतीय संस्कृति की साड़ी पहनने की परंपरा और कला को जीवंत बनाये रखना था।
इसमें हैंडलूम क्षेत्र को बढ़ावा देना और सामाजिक पूंजी को बढ़ावा देना भी शामिल रहा। महापौर संगीता तिवारी ने महिलाओं की तरक्की में सरकार के प्रयासों और योजनाओं की जानकारी दी। पूर्व राज्य महिला आयोग अध्यक्ष लता वानखेड़े ने कहा कि नारी सशक्त होगी तो देश भी सशक्त होगा। जहां नारी की पूजा होती है वह देश अवश्य तरक्की करता है।
अनुश्री जैन ने कहा कि साड़ी से अनमोल आभूषण कोई नहीं। साड़ी में महिलाएं जितनी सुंदर दिखती हैं उतनी सुंदर अन्य वस्त्र पहनने में नहीं दिखती। हमें अपने पारंपरिक वस्त्र हमेशा गर्व से पहनना चाहिए। उन्होंने कहा कि साड़ी से न केवल स्वस्थ रहते हैं बल्कि सुंदर भी दिखते हैं। उन्होंने सभी महिलाओं को साड़ी पहनने के लिए जागरूकता फैलाने का संकल्प दिलाया।
सिटी मजिस्ट्रेट जूही गर्ग ने स्वागत भाषण के साथ प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। डिप्टी कलेक्टर भव्या त्रिपाठी ने आभार माना। वाकेथन में बड़ी संख्या में डॉक्टर, शिक्षक समेत सरकारी और सामजिक सेवाओं में अग्रणी महिलाएं शामिल रहीं।