सागर -खेतो को रंगीन साड़ियां पहनाकर फसल बचाने का किसानों ने निकाला देशी जुगाड़
सागर जिले में किसान चारों तरफ जंगली जानवरों से परेशान है, इस समय उनके सामने खेतों में लहलहा रही फसलों को बचाने सबसे बड़ी चुनौती है. जंगली जानवरों से अपनी फसल को बचाने के लिए किस अलग-अलग तरह के प्रयोग करते हुए दिखाई दे रहे हैं कोई पटाखे फोड़ रहा है तो कोई कैसेट रील बांध रहा है, कोई कांच की बोतल और उसके साथ लोहा बांध रहा है, तो कई लोग रात भर जाग कर अपनी फसलों की सुरक्षा कर रहे हैं ऐसे ही ब्लॉक में किसानों का एक और गजब प्रयोग देखने को मिला है जिसमें वह अपने खेत की मेढ़ो पर रंगीन पुरानी साड़ियां बांध दी है. इन खेतों को देखकर ऐसा लगता है जैसे इन्होंने अपने खेतों को साड़ियां पहना दी हो. कोई भी नया व्यक्ति इन क्षेत्रों में जाता है तो देखते ही हैरान रह जाता है
दरअसल खेतों में इन दिनों रबी की फसलें लहलहा रही हैं. रहली क्षेत्र के नौरादेही सहित रमगढ़ा, कड़ता, मादरा आदि जंगलों के पास के खेतों के किसान जंगली जानवरों से परेशान है. रात के समय जंगली जानवर खेतों में झुंड में घुसकर न केवल फसल को चट कर जाते हैं बल्कि खेतों में धमाचौकड़ी कर फसल को पौधों को बर्बाद कर देते हैं.
किसानों के अनुसार यह उपाय करने से जंगली जानवरों को खेत के अंदर की फसल दिखाई नहीं देती है साथ ही उन्हें ऐसा आभास होता है कि यहां पर कोई मौजूद है जिसके चलते वह खेतों में नहीं घुसते हैं.
सुनील विश्वकर्मा ने बताया मेढ़ों पर साडियां बांधने से जानवर खेतों में नहीं आते, ब्लॉक पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. एनएस ठक्कर के अनुसार एनीमल साइक्लॉजी के तहत साड़ियों के कारण जानवरों को खेतों के पास शायद किसी मनुष्य के मौजूद होने का आभाष होता है. और साड़ियों के कारण उन्हें फसल भी दिखाई नहीं देती.