बीएमसी में विराजमान हैं महादेव, भंडारे में उमड़ती है भीड़
सागर के बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज के प्रांगण में स्थित मृत्युंजय महादेव मंदिर में शहर का सबसे विशाल भंडारा महाशिवरात्रि के दिन आयोजित होता है| इस मंदिर की नींव कुछ बुजुर्गों नहीं रखी थी,उसे समय यहां वृद्ध आश्रम हुआ करता था | जब वृद्ध आश्रम यहां से शिफ्ट किया गया तब एक छोटा शिव मंदिर यहां पर बना हुआ था| उस समय कॉलेज के प्रथम वर्ष के छात्रों ने इस मंदिर का जीर्णोद्धार करवाया और शहर के नागरिकों की मदद से भव्य मंदिर तैयार हुआ| कहा जाता है
की बुंदेलखंड मेडिकल कॉलेज की मान्यता इसी मंदिर में मांगी हुई मन्नत का परिणाम है,उसके बाद हर महाशिवरात्रि को इस मंदिर में रुद्र निर्माण,शिव शृंगार तथा विशाल भंडारे का आयोजन किया जाता है|हर महाशिवरात्रि के दिन मंदिर की नींव रखने वाले वृद्ध आश्रम के बुजुर्गों का सम्मान भी किया जाता है। उनके पैरों को धोकर उन्हें शॉल और कम्बल भेंट किया जाता है। मंदिर के पुजारी ने बताया कि इस मंदिर का निर्माण 2015 में हुआ था हर साल महाशिवरात्रि पर यहां पर बड़ी संख्या में लोग भंडारे में
प्रसाद ग्रहण करते हैं और भक्त रूद्र निर्माण में भाग लेते हैं। हर महाशिवरात्रि के दिन भगवान शिव का विभिन्न प्रकार से श्रृंगार किया जाता है|हर वर्ष की भांति इस वर्ष भी महाशिवरात्रि की तैयारी शुरू हो चुकी हैं |सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि इस भंडारे के लिए किसी से भी चंदे के रूप में पैसा नहीं लिया जाता। लोग अपनी इच्छा से भंडारे में उपयोग होने वाली चीजों जैसे तेल शक्कर दूध आदि का सहयोग करते हैं। जिस प्रथम बैच ने इस मंदिर का जीर्णोद्धार करवाया उस बैच के ही एक डॉक्टर उमेश पटेल ने बताया कि किस प्रकार इस मंदिर का निर्माण कार्य हुआ और मंदिर की मान्यता का भी विस्तार से वर्णन किया।