सागर-कनेरादेव मामले में चालीसा ग्रुप के ऑफिस पहुंचे डीआईजी और एसपी, जुटाए जा रहे साक्ष्य
सागर-कनेरादेव मामले में दो आरोपी और गिरफ्तार भाजपा नेता से जुड़ा मामला
सागर-कनेरादेव मामले में चालीसा ग्रुप के ऑफिस पहुंचे डीआईजी और एसपी, जुटाए जा रहे साक्ष्य
सागर के चर्चित कनेरादेव मर्डर मामले में पुलिस गहरी छानबीन कर रही है। अब साक्ष्य मिटाने में भाजपा नेता मददगार दो आरोपियों को और गिरफ्तार किया गया है। उक्त मामले में पुलिस अब तक 10 आरोपियों को पकड़ चुकी है। सभी को रिमांड पर लेकर पुलिस मामले की तह में जाने की कोशिश में लगी है। पुलिस इस मामले में किसी तरह की लापरवाही से बच रही है। इसलिए घटनास्थल चालीसा ग्रुप के ऑफिस पर विवेचना करने खुद डीआईजी अनिल कुमार जैन और एसपी अभिषेक तिवारी पहुंचे। मामले में दाे और आराेपियाें के नाम विवेचना में जुड़ गए हैं। मुख्य आराेपी पप्पू घाेषी के बिजनेस पार्टनर दीपक जैन और उनके कर्मचारी नीलेश काेरी काे पुलिस ने लंबी पूछताछ के बाद गिरफ्तार किया है। इस मामले में पुलिस के सामने पीएम रिपोर्ट और मेडिकल रिपोर्ट न होने की चुनौती है। क्योंकि आरोपियों ने बॉडी का ही अंतिम संस्कार करा दिया था। ऐसे में पुलिस ने परिस्थितिजन्य व तकनीकी स्तर पर कई साक्ष्य व सबूत जुटा लिए हैं। चालीसा के ऑफिस से मृतक के बाल से ब्लड तक की तलाश की गई है। साेमनाथपुरम स्थित ऑफिस का ताला खुलवाकर जांच कराई गई है जहां निर्मल पटेल काे बंधक बनाकर पीटा गया था। एफएसएल टीम के साथ जांच में मारपीट से जुड़े सबूत जुटाए गए। मृतक के फिंगर प्रिंट, बाल, खून और लाठी-डंडे तलाशे गए हैं। ऑफिस में लगा सीसीटीवी कैमरा व डीवीआर आराेपियाें ने गायब कर दी है। मुख्य आराेपी पप्पू घाेषी इस मामले में लगातार गुमराह कर रहा है। पहले उसने राजघाट बांध में डीवीआर फेंकना बताया था। इस पर पुलिस ने गाेताखाेराें के साथ तीन दिन तक पानी में तलाशी अभियान चलाया। लेकिन कुछ भी हाथ नहीं लगा है। गौरतलब है कि 28 फरवरी को कनेरादेव निवासी 40 वर्षीय निर्मल पटेल को घर से उठाकर चालीसा के ऑफिस में आराेपियाें ने मारपीट की थी। इसमें उसकी जान चली गई थी। इसके बाद आरोपियों ने मृतक के परिजन काे डरा धमकाकर उसकी अंत्येष्टि करा दी। यह मामला दब गया था लेकिन विरोधियों ने इसकी सूचना पुलिस को दे दी। भोपाल तक खबर पहुंचने के बाद मामले में हड़कंप मच गया। इसके बाद एफआईआर दर्ज हो सकी। माेतीनगर पुलिस ने भाजपा नेता मस्तराम घोषी समेत पप्पू घोषी, संजेश घोषी, गगन घोषी, ऋषि घोषी, बसंत घोषी, उमेश घोषी, विजय गौंड़, संतोष पटेल, सुरेन्द्र गाैंड़, नीतेश अहिरवार व करन पटेल के खिलाफ 302 सहित अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया है। जांच में दो नाम आने पर उनकी भी गिरफ्तारी की गई है। अब देखना यह है कि पुलिस डीवीआर तक कैसे पहुंचती है।