सागर -आंधी तूफान बारिश से कई गांव में ब्लैकआउट, खेतों में ही बिक गई किसानों की खड़ी फसले
मार्च का महीना शुरू होते ही लगातार मौसम में बदलाव देखा जा रहा है। जहां अभी तक कुछ दिनों से सुबह-शाम ही ठंडक का अहसास हो रहा था और दिन में गर्मी महसूस हो रही थी लेकिन शुक्रवार की देर शाम को अचानक से मौसम का मिजाज बदल गया। सागर जिले के बीना और खुरई में तेज हवाएं चलने से बिजली की सप्लाई भी बंद कर दी गई थी और कुछ गांवों में बारिश भी हुई, जिससे किसानों के माथें पर चिंता की लकीरें खिंच गई हो। इसी के साथ शनिवार की सुबह करीब 4 बजे से सागर के अधिकांश क्षेत्रों में रुक-रुक कर रिमझिम बारिश हो रही है.
वहीं, ग्राम सेमरखेड़ी सहित आसपास के अन्य गांवों में करीब दस मिनट तक बारिश भी हुई, जिससे खेतों में कटी पड़ी फसल को नुकसान होगा। साथ ही हवा चलने से गेहूं, सरसों की फसल भी आड़ी हो जाएगी, जिससे उत्पादन पर असर पड़ेगा। किसान सीताराम सिंह ठाकुर ने बताया कि गांव में करीब दस मिनट तक बारिश होती रही। यदि ज्यादा बारिश हुई तो चना, मसूर जैसी फसलों को नुकसान हो सकता है। किसान रामचरण सिंह ने बताया कि शुक्रवार की शाम को तेज हवाएं चलने से खेतों में रखी फसल उड़ गई तो वहीं शनिवार की सुबह एक बार करीब 15 मिनट बारिश हुई है। इससे फसलों को नुकसान हो जाएगा।
मौसम वैज्ञानिकों के अनुसार, वेस्टर्न डिस्टरबेंस (पश्चिमी विक्षोभ) ईरान के आसपास चक्रवाती परिसंचरण के रूप में एक्टिव हो चुका है। इसके असर से दक्षिण-पश्चिमी हवाओं के साथ अरब सागर से नमी आ रही है। मध्यप्रदेश में भी इसका असर देखने को मिलेगा। मौसम विभाग ने किसानों को सलाह दी है कि बारिश-ओले से खेतों में खड़ी गेहूं, चना आदि फसलों को नुकसान हो सकता है। खेत में रखी गई फसलें भी खराब हो सकती हैं।