पांच माह से रिकार्ड सुधारने में की जा रही थी देरी, एसडीएम ने किया निलंबित
पटवारियों की मनमानी से किसान खासे परेशान हो रहे हैं। छतरपुर के बक्सवाहा में भी ऐसा ही एक मामला सामने आया है। इसमें एक पटवारी ग्रामीणों के काम अटकाकर परेशान कर रहा था। एक किसान के रिकार्ड दुरुस्त करने के नाम पांच हजार रुपए की रिश्वत भी मांगी जा रही थी। आदेश के पांच महीने बाद भी पटवारी काम करने तैयार नहीं था।
किसान ने इसकी शिकायत तहसीलदार से की। इस पर तहसीलदार भरत पांडें ने मामले की जांच कर प्रतिवेदन एसडीएम को सौंपा। इस पर एसडीएम ने पटवारी को निलंबित कर दिया। बताया जाता है कि धरमपुरा निवासी किसान इमरत यादव ने पांच महीने पहले तरमीम के लिए आवेदन किया था।
एसडीएम कार्यालय से इसके आदेश भी हो गए। लेकिन पटवारी देवेंद्र शिवांश ने किसान से पांच हजार रुपए मांगे। किसान केवल 2 हजार रुपए दे पाया। इस पर पटवारी काम को रोके रहा। परेशान किसान ने मोबाइल पर हुई रिश्वत की बातचीत की रिकार्डिंग समेत लिखित शिकायत की।
जांच में पाया गया कि पटवारी किसान को रिश्वत के लिए परेशान कर रहा था। हल्का में अन्य किसान भी परेशान थे। इस पर एसडीएम ने पटवारी को निलंबित कर दिया है।