सागर-किसानों के साथ बड़ा धोखा, मुआवजा दिलाने से पहले ही कर दिया बड़ा खेल
सागर जिले के बंडा में बृहद सिंचाई परियोजना अंतर्गत प्रशासन एवं अधिकारियों की मनमानी से परेशान ग्रामीण और किसान बहरोल से भोपाल की पैदल मार्च के लिए रवाना हुए है। वे सागर से गुजरते हुए अनाजमंडी के पास रात में विश्राम के लिए रुके थे जो सुबह 11 बजे भोपाल के लिए रवाना हुए।
बहरोल के ग्रामीणों और किसानों की मांग है कि ग्राम के सभी मकानों को डूब क्षेत्र में लिया जाए। 2018 में 888 मकानों को डूब क्षेत्र में रखा गया था जो कि नवीन सर्वे में छूट गए हैं, उन्हें पुनः डूब क्षेत्र में लिया जाए।
ग्रामीणों के मुताबिक धारा 11 का प्रकाशन 2018-19 में हो चुका था लेकिन अब तक ग्रामवासियों को मुआवजे की राशि नहीं मिली। दीपपाल लोधी ने बताया कि हमे जमीन के बदले जमीन ही चाइये , मुआवजे का एक रुपया भी नहीं चाहिए। इन्ही मांगो को लेकर सभी किसान भोपाल में मुख्यमंत्री से मुलाकात करेंगे और वहाँ भी अगर उन्हें सफलता नहीं मिलेगी तो प्रधानमंत्री के पास दिल्ली भी जायेंगे।
किसानों का कहना है कि वे साल 2018 से किसान क्रेडिट कार्ड और सभी शासकीय सुविधाओं से वंचित हैं और उन्हें 2018-19 से अब तक का ब्याज सहित मुआवजा दिया जाए। इन्ही मांगो को लेकर सभी किसान बहरोल से भोपाल की ओर कूच कर चुके है, किसान बहरोल से सागर बाईपास होते हुए राहतगढ़ विदिशा के रास्ते भोपाल पहुंचेंगे जहां मुख्यमंत्री के सामने अपनी मांगों को रखेंगे। इस पैदल मार्च में ग्राम बहरोल के साथ पिपरिया ,सिलैया , पिथौली , किरोला , मुढ़िया आदि जगहों के किसान शामिल हैं।