सागर-आवारा मवेशी राहगीरों के लिए खतरा, निगम के अफसरों ने साधी चुप्पी
स्मार्ट सिटी सागर की सड़कों और गलियों में मवेशी राज चल रहा है। बड़ी संख्या में सांड, गाय, कुत्ते एवं अन्य मवेशी सड़कोें पर घूमकर लोगों के लिए खतरा बने हुए है। मुख्यमार्गाें पर जमे होने से यातायात प्रभावित होता है और दुर्घटनाएं भी सामने आती हैं। आए दिन सांड़ों की लड़ाई से अफरा-तफरी मची रहती है। नगर निगम प्रबंधन मवेशियों को पकड़ने के दावे तो बहुत करता है लेकिन काम कितना हो रहा वह शहर के किसी भी गली-चैराहे में देखा जा सकता है। हजारों की संख्या में आवारा मवेशी घूमते देखे जा सकते हैं।
इनसे महिलाओं, बच्चों, बुजुर्गाें को बड़ा खतरा बना रहता है। शहर के मार्ग एक तो पहले से संकरे हैं उस पर मवेशी राज से लोगों का चलना दूभर हो गया है। शहर के चकराघाट, बरियाघाट और एलोवेटेड काॅरीडोर पर भारी संख्या में सांड घूमते रहते हैं। कई बार इन्हें हटाने के लिए लोग निगम में शिकायतें कर चुके हैं। बरियाघाट निवासी सुरेश प्रजापति को सांड दो बार उठाकर फेंक चुके हैं। एक बार वह घायल होने के बाद आॅपरेशन से भी गुजर चुके हैं। अब उन्हें घर से बाहर निकलने में भी डर लगता है।
उन्होंने सीएम हेल्पलाइन भी सांडों को पकड़वाने चार बार शिकायत दर्ज कराई है लेकिन कोई सुनने तैयार नहीं है। इस वार्ड के अलावा सिविल लाइन क्षेत्र, पुरब्याउ, मोतीनगर, कटरा, तीनबत्ती, स्टेशन क्षेत्र, मेडिकल काॅलेज रोड, खुरई रोड सहित सभी जगहों पर मवेशियों से रहवासी परेशान हैं। निगम केवल दिखावे की कार्रवाई करता है। दरअसल पशु मालिक दुधारू मवेशियों को तो घर में रखते हैं बाकी मवेशियों को खुला छोड़ देते हैं। इससे सारे मवेशी सड़कों पर जमा होते हैं। निगम की यह चुप्पी किसी दिन शहर में बड़ी दुर्घटना का कारण बन सकती है।