सागर-पार्किंग की आड़ में चल रहा मनमानी का चुंगी नाका, एंबुलेंस को कराते हैं इंतजार
सरकार ने भले ही चुंगी नाके बंद कर दिए हों लेकिन बुंदेलखंड मेडिकल काॅलेज में पार्किंग ठेकेदार सरेआम चुंगी नाका चला रहा है। इससे न मरीज और उनके परिजन परेशान हैं बल्कि एंबुलेंस भी निर्वाध रूप से आवागमन नहीं कर पातीं। सरकारी नियमों के हिसाब से तो एंबुलेंस को रास्ता न देना कानूनी रूप से अपराध है लेकिन यहां एंबुलेंस को रोकने की खुली छूट मिली हुई है। अगर कोई निजी वाहन चालक गंभीर मरीज को लेकर जल्दी डाॅक्टर के पास पहुंचना चाह रहा हो तो पहले उसे ठेकेदार के आदमियों से या तो इजाजत लेनी होगी या फिर बहस करनी पड़ेगी। भले ही इतने में मरीज की सांसें ही क्यों न थम जाएं।
इसके अलावा मुख्यद्वार से आने जाने वाले मरीज और उनके परिजनों का काफी समय बर्बाद किया जाता है। दो पहिया वाहन उठाते ही मौके पर पार्किंग कर्मचारी पर्ची पूछता है। फिर चुंगी नाके पर रोका जाता है। इसमें दिन में कई बार बहस की स्थिति बनती है। ठेकेदार अपनी सहूलियत के लिए चुंगी नाका चला रहा है लेकिन बीएमसी को मरीजों की दिक्कत से कोई वास्ता नहीं दिखता। ऐसे में किसी दिन किसी मरीज के साथ अनहोनी होती है तो जिम्मेदारी किसकी होगी यह कह पाना मुश्किल है। इसके अलावा वाहन शुल्क वसूली में भी मनमानी चलती है। अगर आप पांच मिनिट के लिए भी वाहन लेकर पहुंचे
तो आप से दिनभर का शुल्क वसूला जाएगा। दोपहर या शाम को पहुंचने पर आपसे पूरा शुल्क ले लिया जाएगा फिर रात रूकने पर उतना ही शुल्क फिर देना होगा। मुख्य स्थानों पर रेट की लिस्ट नहीं टांगी जाती। पर्चियों पर भी चालाकी से एक दिन लिखा रहता है। इसलिए रात होने पर फिर शुल्क लेते हैं। पर्ची पर आने-जाने का समय भी नहीं लिखते। अगर आप नियम की बात करेंगे तो कर्मचारी अभद्रता करने पर उतारू हो जाते हैं। इसे ऐसे समझिए ठेके की शर्त के अनुसार 24 घंटे के लिए चार पहिया वाहन के 40 रूपए, दो पहिया के लिए 20 रूपए और साइकिल के 10 रूपए निर्धारित हैं। 12 घंटे या उसके भाग पर
आधा किराया लिया जाना चाहिए लेकिन पार्किंग कर्मचारी आधे दिन वाले रसीद काटते ही नहीं। उल्टे रात होने पर अलग से उतना ही जार्च फिर वसूलते हैं। पर्ची पर आने-जाने का समय तक नहीं लिखा जाता। वाहन धूप, बारिश में खुले में खड़े होेते हैं बस सरकार की जमीन पर वाहन खड़ा करने पर 20 से 40 रूपए लिए जा रहे हैं। मरीजों के कीमती समय की बर्बादी अलग हो रही है। इन गंभीर मसले पर जिम्मेदारों ने चुप्पी साध रखी है। हालांकि सागर टीवी न्यूज द्वारा मुद्दा उठाने पर बीएमसी अधीक्षक डाॅ रमेश पांडे का कहना है कि चुंगी नाका बंद कराया जाएगा। पहले भी अनियमिताओं पर ठेकेदार पर जुर्माना लगा चुके हैं। अगर गड़बड़ी सामने आएगी तो फिर कार्रवाई की जाएगी।