मध्य प्रदेश के छतरपुर का जिला अस्पताल किसी न किसी वजह से हमेशा खबरों में बना रहता है। बीते दिनों जिला अस्पताल से एक डॉक्टर की अभद्रता का वीडियो सामने आया है जिसमे जिला अस्पताल में पदस्थ डॉक्टर घायल शख्स और होम गार्ड के साथ बदसलूकी करते नजर आ रहे हैं। प्राप्त जानकारी के मुताबिक एक सड़क दुर्घटना में घायल अतिथि शिक्षक नीलेश दीक्षित को बारीगढ़ अस्पताल से प्राथमिक उपचार के बाद छतरपुर जिला अस्पताल भेजा गया जहाँ घायल का सिटी स्कैन तथा एक्स रे होना था।
घायल नीलेश दीक्षित के एक परिचित जुझारनगर थाने में होमगार्ड के पद पर पदस्थ है जो उनके साथ जिला अस्पताल पहुंचे तथा डॉक्टर से सिफारिश करना उन्हें भारी पड़ गया। इस बात से डॉक्टर साहब इतने नाराज हो गए की उन्होंने घायल के सरे कागजात भी फेक दिए। वायरल वीडियो में डॉक्टर यह कहते नजर आ रहे है कि कलेक्टर की धमकी दोगे तो नचवा दूंगा,कलेक्टर से डरता नही हूँ,पहली बात तो गुटका खाकर अस्पताल में मत आना। जिला अस्पताल में पदस्थ इन डॉक्टर का नाम अरुणेंद्र शुक्ला बताया जा रहा है ,यह सारी घटना
12 फरवरी की है। सिर्फ एक सिफारिश से डॉक्टर अरुणेंद्र इतने नाराज हो गए की उन्होंने होमगार्ड से यह तक कह दिया की तुम लोग निवेदन नहीं करते ,डंडा करते हो। तुम लोगो के निवेदन करने का तरीका मेने देखा है ,तुम जो दो दो हजार लेकर बिकते हो फालतू बाते मत किया करो। जहा एक तरफ डॉक्टर से लोग उम्मीद करते है कि वह घायल का इलाज करके उसे ठीक कर देगा वहीं दूसरी तरफ एक डॉक्टर की इस तरह की अभद्रता लोगो के विश्वास पर सवाल खड़ा करती है। उम्मीद है कि जिला अस्पताल प्रसाशन इस मामले को संज्ञान में लेकर कार्यवाही करेगा