Sagar-खुदाई में मिले सैकड़ों साल पुराने शिवलिंग, देखते ही हो गया चमत्कार !
सागर जिले के राहतगढ़ में नदी किनारे स्थित बनेनी घाट 108 शिवलिंग मंदिर हैं मंदिर के पास बीना नदी के किनारे खुदाई में पांच शिवलिंग मिले हैं! यह शिवलिंग काफी अद्भुत हैं जो एक ही चट्टान पर 10-15 फीट की जगह में बने हुए हैं ऐसा माना जा रहा है कि जिस समय किले का और प्रसिद्ध बने नहीं घाट मंदिर का निर्माण हुआ होगा
इस समय यह शिवलिंग निर्मित किए गए होंगे लेकिन नदी के बहाव में रेत और अन्य चीजे आ जाती हैं, जिसकी वजह से यह शिवलिंग साढे तीन फीट तक नीचे पहुंच गए थे बुजुर्गों से जानकारी मिलने के बाद यहां के कुछ लोग पिछले कुछ दिनों से लगातार जगह-जगह खुदाई कर रहे थे जिसमें आज सफलता मिली है, खुदाई में शिवलिंग मिलने के साथ ही श्रद्धालुओं कि यहां पर भीड़ जमा होने लगी लोगों ने पूजा नार्थन शुरू किया और दुग्ध अभिषेक भी किया है,
नगर के वायो वृद्ध महेश सिलावट के अनुसार नदी किनारे शिवलिंग बरसों पहले थे, इसके उन्होने दर्शन भी किए , उन्होंने बताया कि इस स्थान पर दो विशालकाय सांप भी आते थे जो शिवलिंग के पास ही बैठते थे लेकिन धीरे-धीरे शिवलिंग दिखाई नहीं दिए लेकिन यह सांप अभी भी कई लोगों को यहाँ दिखाई दिए है. यह जानकारी महेश सिलावट ने नगर के पुष्पेंद्र सिंह राजपूत सतीश सिलावट को दी तो उन्होंने उस स्थान पर खुदाई करने का निर्णय लिया।
पुष्पेंद्र राजपूत ने बताया कि बुजुर्गों के द्वारा बताई गई जानकारी के बाद वह और उनकी टीम जिसमें राम अवतार विकास सोनी रघुवीर ठाकुर मनोहर यादव रिंकु गौर दीपेश अहिरवार लगातार इस क्षेत्र में खुदाई कर रहे थे लेकिन उन्हें सफलता नहीं मिल रही थी इसी बीच कुछ लोगों ने सांप वाली जानकारी दी कि इस स्थान पर सांप देखे गए हैं तो जिस स्थान पर सांप देखे गए थे उसी स्थान पर खुदाई करना शुरू की तो लगभग 3 फीट खुदाई करने के बाद शिवलिंग मिल गए.. इसके बाद उन्होंने शिवलिंग की अच्छी से साफ सफाई कर पूजा अर्चना की साथ ही रुद्राभिषेक भी किया.
जैसे ही खुदाई में शिवलिंग मिले तो पहले तो युवाओं ने शिवलिंग को अच्छी से साफ किया और मौके पर धर्मेंद्र सिंह राजपूत भी पहुंच गए और तुरंत ही वह भगवान भोलेनाथ का दूध से अभिषेक करने के बस्ती मे गाय का ताजा दूध लेने के लिए पहुंचे तो थोड़े दूरी पर माधुरी तिवारी के आंगन में एक गाय दिखी,
जब उन्होंने दूध का पूछा तो पता चला गाय दूध नहीं देती लेकिन धर्मेंद्र ने माधुरी से कहा की प्रयास करो भोलेनाथ की कृपा हो जाए गाय से दूध दुहने का प्रयास किया तो गाय ने दूध दे दिया और वह इसे भगवान भोलेनाथ का चमत्कार मानकर तुरंत दूध लेकर मौके पर पहुंचे और भगवान भोलेनाथ का दूध से अभिषेक किया!