सागर-युवक की अनोखी काग दोस्ती, हजारों कौओं को अपने हाथ से खिलाते है खीर पुड़ी
सागर का क्रो-मेन चुटकी में आ जाते हजारो कौआ
सागर-युवक की अनोखी काग दोस्ती, हजारों कौओं को अपने हाथ से खिलाते है खीर पुड़ी
सागर के एक सख्स की कौओ से अनोखी दोस्ती है वह रोजाना अपने हाथों से हजारों कौओं को खीर पूड़ी खिलाते है। इनसे मिलने के लिए कौए भी समय से अपने स्थान पर पहुंच जाते है। सागर के गोपालगंज में रहने वाले ज्योतिष आचार्य अनिल गर्ग माता रानी के भक्त हैं. उन्हीं की प्रेरणा से करीब 3 साल पहले कौवा को दाना खिलाने का सिलसिला शुरू किया था. इसके लिए वह रोजाना विश्वविद्यालय पहाड़ी पर 5 बजकर 15 मिनिट पर स्थित गौर समाधि के सामने वाले मैदान में पहुंच जाते है, 5.19 मिनिट पर उन्हें प्यार से खीर, सेव, समोसे, मंगोड़ी, जलेबी ,गुड़ के पराठें खिलाते और पानी पिलाते हैं शुरुआत में कभी दो कौवा तो कभी चार कौवा आते थे. चार महीने तक उन्होंने काकभुशुण्डि को दाना खिलाने के लिए खूब साधना की और धीरे-धीरे इनकी संख्या बढ़ने लगी. अब हजारों की संख्या में यहां पर काकभुशुण्डि आने लगे हैं. वह अपनी पत्नी के साथ यहां पर पहुंचते हैं. ज्योतिष आचार्य बताते हैं कि का कौआ को काकभुशुण्डि भी कहा जाता है और इनका वर्णन वेद शास्त्र और पुराणों में मिलता है ब्रह्म पुराण, रामायण, श्रीमद् भागवत गीता मैं इनका उल्लेख है काकभुशुण्डि भगवान राम का भक्त बताया जाता है. उन्होंने बताया कि इन्हें दाना खिलाने से पितृ दोष से मुक्ति मिलती है. आजकल हर व्यक्ति जल्दी में रहता है. पूजन पाठ नहीं करता और झूठ भी बहुत बोलता है. अगर काग भूसुंडी की सेवा करें. तो उसके सारे पाप नष्ट हो जाते हैं जीवन उन्नति की ओर आगे बढ़ता है.साथ ही पितृ का जो ऋण होता है. उससे भी मुक्ति मिल जाती है.