कोतवाली थाने में लगाए थे गैरकानूनी नारे। भाजपा, कांग्रेस और बसपा से निकला कनेक्शन
दमोह जिले के कोतवाली थाने में घुसकर कानून को कमजोर मानकर माहौल बिगाड़ने वालों की उल्टी गिनती शुरू हो गई है। पुलिस ने तीन आरोपियों को पकड़कर जेल भेज दिया है। तीनों ही मुख्य राजनैतिक दलों से जुड़े हुए बताए जा रहे हैं। एक आरोपी पार्षद है जबकि मुख्य आरोपी पर एनएसए की कार्रवाई भी की गई है।
गौरतलब है कि दो दिन पहले मस्जिद के बाहर टेलर की दुकान पर हुए विवाद को लेकर सामाजिक सौहार्द बिगाड़ने की कोशिश की गई थी। इसमें थाने परिसर में धर्म विशेष के लोगों ने हंगामा किया था। सरेआम माइक से सिर कलम करने और हाथ काटने के तालिबानी नारे लगाए गए थे। थाना प्रभारी अनूप सिंह ठाकुर ने भीड़ को ललकार कर शांति कायम की थी। इसके बाद पुलिस ने 40 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया था।
इनमें से अकरम राइन, मुबीन कुरेशी और जीशान पठान को गिरफ्तार किया गया है। जिन्हें कोर्ट में पेश किया गया और वहां से वो जेल चले गए हैं। पकड़े गए तीनो आरोपियों के पॉलिटिकल कनेक्शन भी हैं। पहला और मुख्य आरोपी अकरम राइन है जो भड़काऊ भाषण दे रहा था और वीडियो में हरी शर्ट में दिख रहा है हाथ और सर काटने की धमकी दे रहा है।
अकरम बहुजन समाज पार्टी से जुड़ा हुआ है और बीते नगर पालिका चुनाव में निर्दलीय रूप से पार्षद का चुनाव भी लड़ चुका है। दूसरा आरोपी मुबीन कुरैशी है। मुबीन भाजपा का नेता है और भाजपा अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ का दमोह मंडल का अध्यक्ष भी है।
जबकि तीसरा आरोपी जीशान पठान कांग्रेस नेता होने के साथ साथ कांग्रेस से ही दमोह के फुटरा वार्ड से पार्षद है। जब अकरम की गिरफ्तारी हुई तब उसके पास से अवैध हथियार भी बरामद हुआ है जिस पर आर्म्स एक्ट और एनएसए भी लगाया गया है।
दमोह एसपी सुनील तिवारी ने बताया इस मामले में बाकी आरोपियों की भी तलाश की जा रही है। आपको बता दें कि मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने ट्वीट कर मामले में सख्त कार्रवाई के निर्देश दिए थे। दमोह के कलेक्टर मयंक अग्रवाल ने मजिस्ट्रियल इंक्वायरी के आदेश दिए थे।