उत्कृष्ट विद्यालय में प्राचार्य कर रहे थे मनमानी, बीईओ दबा रहे थे जांच।
बड़बोले प्राचार्य पर निलंबन की गाज बचाव करने वाले बीईओ भी नपे
सागर-उत्कृष्ट विद्यालय में प्राचार्य कर रहे थे मनमानी, बीईओ दबा रहे थे जांच।
उत्कृष्ट विद्यालय बीना के प्राचार्य सीएम मंसूरी और विकास खंड शिक्षा अधिकारी आरके जाटव निलंबित हो गए हैं। दोनों को संभागीय कमिश्नर डॉ वीरेंद्र रावत ने एक साथ सस्पेंड किया है। प्राचार्य मंसूरी जहां उत्कृष्ट विद्यालय में मनमानी कर रहे थे। उन्होंने स्कूल में ही सत्तापक्ष के पूर्व विधायक महेश राय के खिलाफ अभद्रतापूर्ण तरीके से प्रेसवार्ता तक आयोजित कर उल्टे-सीधे आरोप मढ़े थे। वहीं बीईओ जाटव उनकी शिकायतों को ठंडे बस्ते में डालकर बचाने का काम कर रहे थे। प्राचार्य के खिलाफ शिकायत मिलने पर जब एसडीएम ने जांच का जिम्मा बीईओ को दिया तो पहले तो वे टालते रहे फिर एसडीएम से ही बोले कि जांच की इतनी जल्दी क्यों पड़ी है। उनके इस व्यवहार को अनुशासनहीनता और स्वेच्छाचारिता मानते हुए निलंबित किया गया है। आपको बता दें 22 जनवरी को उत्कृष्ट विद्यालय में खेल प्रशिक्षण करने वाले हरिओम सहित अन्य खिलाड़ियों ने प्राचार्य पर अभद्रता करने के आरोप लगाते हुए 181 पर शिकायत दर्ज करा दी। इस पर प्राचार्य ने शिकायत वापस लेने का दबाव बनाया। इसके बाद पूर्व विधायक के खिलाफ प्रेसवार्ता बुलाकर आरोप-प्रत्यारोप लगाए। इस मामले की जांच एसडीएम बीना ने बीईओ आरके जाटव को जांच करने पत्र लिखा। जिसे बीईओ ने दबा लिया। एसडीएम ने बाद में जब जांच के बारे में पूछा तो बोले कि अभी प्राचार्य ने जवाब प्रस्तुत नहीं किया। इसके अलावा उन्होंने एसडीएम से ही सवाल पूछ लिया कि यह जांच इतनी जल्दी क्यों करनी है। एसडीएम ने फिर उन्हें जांच रिपोर्ट सहित तलब किया तो जाना ही जरूरी नहीं समझा। एसडीएम ने जांच प्रतिवेदन कलेक्टर के समझ प्रस्तुत किया। कलेक्टर ने कमिश्नर के पास प्रतिवेदन भेजा जहां जांच के बाद उन्हें निलंबित कर दिया गया। दोनों अधिकारियों को निलंबन अविधि में डीईओ कार्यालय सागर अटैच किया है।