सागर-महादेवखेड़ी-मालखेड़ी रेल मार्ग पर तेज स्पीड से दौड़ा रेल इंजन। अधिकारी क्या बोले।
तेज स्पीड से क्यों दौड़ा रेल इंजन अधिकारी क्यों पहुंचे मौके पर ?
सागर-महादेवखेड़ी-मालखेड़ी रेल मार्ग पर तेज स्पीड से दौड़ा रेल इंजन। अधिकारी क्या बोले।
रेल लाइन दोहरीकरण के दौरान महादेवखेड़ी-मालखेड़ी रेलमार्ग पर 104 स्पीड से ट्रेन का रेल इंजन दौड़ाया। इससे पटरी के आसपास भारी धूल उड़ने लगी। आसपास के लोग जरूर स्पीड देखकर चौंक गए। लेकिन यह रेल सेक्शन द्वारा किया गया ट्रायल था। मौके पर पहले से अधिकारी मौजूद थे। दरअसल रेल विकास निगम लिमिटेड ने बीना के महादेवखेड़ी-मालखेड़ी के बीच दोहरीकरण का कार्य पूर्ण कर लिया है। मूल रूप से बीना-कटनी थर्ड लाइन परियोजना के तहत तीसरी लाइन के रूप में मंजूर हुआ था। यह परियोजना, 2017-18 में मंजूर हुई थी। महादेवखेड़ी और मालखेड़ी के बीच दोहरीकरण कार्य दो वर्षीय की अविश्वसनीय अवधि में पूरा किया गया। इस सेक्शन को पूरा करने को लेकर 13 जनवरी 2024 को महादेवखेड़ी बीना अपलाइन में कट कनेक्शन किया गया। इस कट कनेक्शन को उसी दिन पुनः स्थापित करके महादेवखेड़ी बीना अपलाइन को रिस्टोर किया गया था और 10 दिनों के भीतर पूरे सेक्शन की तीन राउंड पैकिंग का कार्य किया गया। डिफ्लेक्शन टेस्ट भी इसी 6 घंटे की अवधि में किया गया और महादेवखेड़ी बीना अपलाइन को पुनः रिस्टोर कर दिया गया एवं सुचारु रूप से आवागमन शुरू कर दिया गया है। परियोजना के महत्वपूर्ण कदम के रूप में, डीजल इंजन के द्वारा रेल विकास निगम के मुख्य परियोजना प्रबंधक धर्मेंद्र कुमार पांडेय के मार्गदर्शन में एक गति परीक्षण प्रारंभ किया गया। इस परीक्षण में, डीजल इंजन की अधिकतम गति को 104 किमी प्रतिघंटा पहुंची। गति परीक्षण के बाद, यह खंड रेल संरक्षा आयुक्त की जांच के लिए तैयार है। रेल संरक्षा आयुक्त द्वारा जांच पूर्ण हो जाने के बाद यह खंड सामान्य ट्रेन संचालन के लिए खोला जाएगा। दोहरीकरण परियोजना का कार्य पूरा होने से रेल कनेक्टिविटी में सुधार होगा। यह ट्रेन संचालन में सुगमता के लिए बुनियादी आवश्यकताओं की पूर्ति करने में मील का पत्थर साबित होगी। इसके साथ ही बीना से कोटा खंड के बिजली संयंत्र लिए कोयले की आपूर्ति एवं मालढुलाई की क्षमता में अत्याधिक वृद्धि होगी।