सागर- मकर संक्रांति पर पतंगबाजी, बच्चों के लिए स्पेशल किट 35 रुपए में
मकर संक्रांति पर्व के लिए अब एक हफ्ते से भी कम समय बचा है। इस पर्व पर पतंग उड़ाने की परंपरा के चलते सागर शहर की प्राचीन पतंगों की दुकानें नई-नई वैरायटी के साथ सजकर तैयार है। पतंगबाजी शुरू हो गई है। आमतौर पर क्रिसमस की छुटि्टयों से ही बच्चों की पतंगबाजी शुरू हो जाती थी।
परंतु इस बार ज्यादा ठंड के चलते और बच्चों की स्कूल की छुटि्टयां न होने के कारण यह बाजार ठंड़ा पड़ा है। पतंग व्यवसायी को कहना है कि मौसम साफ होते ही पतंग बाजार में रौनक आएगी और बच्चे भी जमकर पतंगबाजी का मजा लेंगे। वैसे भी मकर संक्रांति पर्व पतंग के बिना अधूरा माना जाता है।
अब इसमें कुछ ही दिन शेष रह गए हैं। ऐसे में शहर के मुख्य पतंग बाजार जिसमें भीतर बाजार, सदर बाजार, मकरोनिया, सिंधी बाजार सिविल लाइन रंग-बिरंगी पतंगों से सज गए है। इन दुकानों पर कहीं पब्जी गेम वाली पतंग बिक रही है तो कहीं स्पाइडरमैन आसमान में अठखेलियां करने को तैयार है।
कहीं पर डोरेमोन तो कहीं पर बटरफ्लाई, डॉल्फिन, मोटू-पतलू, छोटा भीम, पंछियों के आकार, तिरंगे वाली पतंग तो कहीं एंग्री बर्ड की पतंग खासतौर से बच्चों के लिए बनाई गई है। इन पतंगों दुकानों में थोक पतंगें खरीदने के लिए संक्रांति पर बड़ी संख्या में बच्चे अपने माता-पिता के साथ पहंुचते है। शहर के बाजार में ज्यादा टिकाऊ व अच्छी उड़ान के लिए बरेली, रामपुर, मथुरा, आगरा,इलाहाबाद, जयपुर एवं कलकत्ता की पतंगें प्रसिद्ध हैं। इनकी मांग भी अच्छी रहती है।