भीमकुंड में समाए युवक का पांच दिन बाद भी क्यों नहीं लग पा रहा सुराग?
छतरपुर जिले के बक्सवाहा स्थित भीमकुंड में नहाने गए वकील का पांच दिन बाद भी पता नहीं चल सका है। वकील दोस्तों और परिवार के साथ दर्शन करने और कुंड में स्नान करने आया था। पांच दिन पहले नहाते समय वह गहराई में चला गया। स्थानीय प्रशासन एवं रेस्क्यू टीम की लापरवाही से शव को तलाशने का काम दूसरे दिन शुरू हो सका। इतने में शव गहराई में चला गया। प्रशासन ने इस मामले को गंभीरता से नहीं लिया। पहले तो रस्सी और कांटों से तलाश की। इसमें शव उुपर भी आ गया था
लेकिन उसे पकड़ने के लिए जरूरी उपकरण टीम के पास नहीं थे। इस कारण उुपर आया शव फिर से कुंड की गहराई में समा गया। लापरवाही का यह आलम रहा कि जिला स्तरीय खाली आॅक्सीजन सिलेंडर लेकर पहुंच गई। इसके घंटों बाद भरा आॅक्सीजन सिलेंडर आ सका। फिर जब गोताखोर जब नीचे गए और आॅक्सीजन खत्म हो गई तब फिर रेस्क्यू रोकना पड़ा।
इस तरह से लापरवाही के चलते आज भी एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीम खाली हाथ है। प्रशासन ने गायब वकील के परिजनों के दर्द को अगर गंभीरता से लिया होता तो अब तक शव मिल चुका होता और उसका अंतिम संस्कार भी हो चुका होता। परिजन पिछले पांच दिन से शव मिलने की उम्मीद में घटना स्थल पर डटे हुए हैं। दूसरी तरफ अधिकारी 90 फीट से नीेचे रेस्क्यू न हो पाने की बात कह रहे हैं।
गोताखोर प्यारेलाल और विशाल गुर्जर ने बताया कि हम लोग लगभग 90 फ़ीट पानी के अन्दर जाकर शव की तलाश कर चुके हैं। अंदर दो कुंड हैं। इसके साथ ही बहाव भी तेज है ऐसे में तलाशी में दिक्कत आ रही है। बहाव वहां जाने वालों को अपनी तरफ खींचता है। अब न केवल परिजनों बल्कि जिले भर के लोग रेस्क्यू पर नजर जमाए हुए कि टीम कब शव को पानी से बाहर ला पाती है।