सागर-तिरंगे में लिपटे पैतृक गांव पहुंचे शहीद राजेश यादव, पिता से जल्द लौट कर आने का किया था वादा !
देश की रक्षा करते हुए शहीद हुए राजेश यादव को अंतिम विदाई देने के लिए हजारों की संख्या में लोग उनके गांव पहुंचे हैं, आज हर किसी की आंखों में दुश्मनों के खिलाफ गुस्सा है, हजारों लोग उसे परिवार के साथ खड़े हैं जिसने देश की रक्षा करने में अपने प्राणों की आहुति दे दी, सागर के राजेश यादव ने लेह में आतंकियों से लोहा लेते हुए अपनी जान गवा दी,
दरअसल 21 दिसंबर को आतंकियों ने घात लगाकर सेना के दो वाहनों पर हमला कर दिया था जिसमें सागर जिले के बंडा निवासी राजेश यादव भी थे गोली लगने की वजह से वह घायल हो गए थे करीब 5 दिनों तक इलाज चलने के बाद वह वीरगति को प्राप्त हो गए परिवार वालों को सूचना दी गई वे दिल्ली पहुंचे
शुक्रवार को राजेश यादव की पार्थिव देह को आर्मी के अधिकारी और सैनिक पैतृक गांव क्वायला लेकर पहुंचे जहां भारत माता की जय के नारे से आकाश गुंजायमान हो उठा हर कोई अपने सपूत की शहादत पर गर्व महसूस कर रहा, तिरंगे में लिपटे पहुंचे राजेश यादव को देखकर सभी का सीना गर्व से चौड़ा हो गया सभी ने उन्हें सलाम किया