सागर, इन महिलाओं ने गरीब बच्चों को कपड़े, मिठाई और पटाखों के रूप में बांटी खुशियां
महिलाओं की अच्छी सोच की वजह से सागर के 40 गरीब बच्चे इस बार दीपावली उल्लास से मना सकेंगे। इन महिलाओ को जब कुडारी गांव के बच्चो के बारे में खबर लगी तो उन्होंने रुपए इकट्टा किए और गुरुवार को कपड़े, मिठाई और पटाखे लेकर उन्हें खुशियां बांटने पहुंच गई । दीपावली पर मिले उपहार की खुशी बच्चों के चेहरों पर साफ पढ़ी जा सकती थी।
दरअसल सागर शहर की कुछ महिलाओं ने विचार किया कि क्यों न दीपावली के पहले गरीब बच्चों की मदद की जाए, ताकि वे भी त्योहार की खुशियों में शामिल हो सकें, इसके बाद क्षितिज जमीं से आंसमा तक ग्रुप और केयर क्लब की महिलाओं ने संयुक्त रूप से राशि एकत्रित की बाजार पहुंची वहां से कपड़े, मिठाई और पटाखे ख़रीदे, फिर आदिवासी बाहुल्य वाले गांव में पहुंची जहाँ बच्चो को सामग्री वितरित की, अपने हाथो से मिठाई खिलाई, फुलझड़ी जलाई, इसके बाद दीपिका मनोट ने बताया कि
बच्चो के साथ इस तरह की दिवाली मनाने से मन बहुत प्रसन्न है, आभा पुरोहित ने कहा की जिस तरह से हम दिवाली मनाते है उसी तरह से अपने आसपास के ऐसे लोग भी दिवाली मना सकें इसकी कोशिश करें, निधि ठाकुर ने बोली इस तरह से लोग छोटी छोटी मदद कर सभी की खुशियों वाली दिवाली मना सकते है। इसमें दीपिका अंकित मनोट, निधि ठाकुर, आभा अभिषेक पुरोहित, सोनल सिंघई, मधुर नेमा, पायल होलानी, रष्मित भाटिया, दीपाली राठौर, रानू अजमानी, गुरप्रीत, सारिका पुरोहित प्रिया, माहेश्वरी बिनास छबड़िया अर्चना खत्री किरण फब्बानी अनुश्री साहू आकांक्षा राठौर अंशु सिंह निशा पंजवानी, पायल नानवानी, मीठी मनोट शामिल रही