सागर पर चढ़ा गरबा का खुमार, 5 साल के बच्चों से लेकर 55 साल तक महिलाएं बिखेर रही जलवे
शारदीय नवरात्रि में लोगों के द्वारा मां आदिशक्ति की तरह-तरह से आराधना उपासना की जाती है ऐसे ही गरबा महोत्सव की भी धूम देखने को मिल रही है, सागर शहर में अलग-अलग जगह पर गरबा की आयोजन किया जा रहे हैं
जिसमें संस्कृति और पारंपरिक तरीके से प्रतिभागी भाग ले रहे हैं इसमें शामिल होने वाला हर प्रतिभागी पारंपरिक गुजराती राजस्थानी परिधानों में नजर आता है वहीं इसके अलावा अलग-अलग तरह के स्वरूप भी इनके द्वारा धारण किए जाते हैं कोई आधुनिक तरक्की का संदेश देता है तो कोई पर्यावरण देवी देवताओं के स्वरूप धारण करता है.
गरबा का शुभारंभ रोजाना माता की पूजा अर्चना के साथ शुरू किया जाता है और फिर माता के भजनों पर गीतों पर नृत्य होता है सागर के अटल पार्क के सामने स्थित एक निजी गार्डन में संस्कार गरबा रंग महोत्सव का पिछले 8 सालों से भव्य आयोजन किया जा रहा है जिसमें सैकड़ो प्रतिभागी हिस्सा लेते हैं
यहां पर 10 साल की उम्र से लेकर 55 साल तक के लोग इसमें शामिल होती हैं और नवरात्रि के समय में पूरे उत्साह उमंग उल्लास के साथ इसका हिस्सा बनती है इस महोत्सव के आयोजन कर्ताओं के द्वारा करीब डेढ़ महीने पहले तैयारी शुरू कर दी गई थी जहां पुराने प्रतिभागियों और इस साल नए जुड़े प्रतिभागियों को प्रैक्टिस कराई गई उन्हें गरबा के स्टेप सिखाए गए थे