सागर-पहले ही ट्रायल में टाटा कंपनी के घटिया काम की खुली पोल, लोगों के घरों में घुसा पानी
सागर-पहले ही ट्रायल में टाटा कंपनी के घटिया काम की खुली पोल, लोगों के घरों में घुसा पानी
सागर-टाटा कंपनी की लापरवाही लोगों के घर हुए पानी-पानी
पानी की ट्रायल के दौरान टाटा कंपनी के काम की पोल खुल गई और सागर के स्वर्ण जयंती सभागार के सामने बनाई गई पानी की टंकी का ओवर फ्लो के पाइप का एक हिस्सा टूटकर गिर गया, जिससे कई गैलन पानी बह गया। आधे घंटे तक पानी बहता रहा। जिससे आसपास के 4 घरों में पानी भर गया। इनमें से दो घर में तो 4 से 5 फीट तक पानी भर गया। जिससे गृहस्थी का सामान खराब हो गया। पानी का बहाव इतना तेज था
कि जब टाटा और नगर निगम के इंजीनियर और कर्मचारी मौके पर पहुंचे और उन्होंने ओवर फ्लो से बह रहे पानी के फ्लो को रोका, तब तक पानी डेढ़ किलोमीटर नीचे तक पानी सडक पर बह चुका था। तहसीली में भी सड़क पर पानी ऐसा भर गया जैसा तेज बारिश में होता है। वही, सूचना लगते ही विधायक शैलेंद्र जैन ने टाटा कंपनी के अफसरों को मौके पर पहुंचने के निर्देश दिए। महापौर संगीता तिवारी के निर्देश पर नगर निगम के कर्मचारी और इंजीनियर भी मौके पर पहुंचे और पानी का बहाव कम किया। गौरतलब है कि स्वर्ण जयंती सभागार के पास 37 लाख लीटर की यह टंकी टाटा कंपनी द्वारा बनवाई गई है। 1 सितंबर को इसमें पहली बार पानी भरा गया। उसी के बाद से यहां ट्रायल चल रहा है। जिसमें आने वाली खामियां दूर की जा रही हैं।
इसी बीच यह बड़ा मामला सामने आ गया। हालांकि, टंकी नगर निगम को हैंडओवर नहीं हुई है। मौके पर पार्षद शिवशंकर गुड्डू यादव और पूर्व पार्षद हर्षवर्धन चौबे को प्रभावित लोगों ने अपनी समस्या बताते हुए मुआवजे की मांग की है। इस पर पार्षद यादव ने कहा कि इस संबंध में टाटा कंपनी से हर्जाना दिलाने की मांग रखी जाएगी। विधायक जैन ने कहा कि इस तरह की स्थिति दोबारा न बने, इस संबंध में एमपीयूडीसी और टाटा कंपनी के अफसरों के साथ मीटिंग कर सभी जरूरी इंतजाम बनाए रखने पर चर्चा करूंगा। वही, महापौर तिवारी ने कहा कि टाटा के ट्रायल में सभी इंतजाम रखे जाएं, इस संबंध में एमपीयूडीसी और टाटा कंपनी के इंजीनियर्स के साथ जल्दी ही मीटिंग करेंगे।