तहसीलदार ने 181 वापस लेने को लेकर फोन पर महिला से तेज आवाज में बात की तो महिला के साथ फिर...
सरकारी विभागों में बैठे अधिकारी लोगों की समस्याएं तो दूर करने में नाकाम साबित होते है, लेकिन जब कोई उनकी षिकायत सीएम हेल्पलाइन में करता है, तब उस पर षिकायत वापस देने की दबाव इस कदर बनाते है जिसे सुनकर लोगों की हालत खराब हो जाती है। ऐसा ही एक मामला रायसेन जिले के देवरी तहसील से सामने आया है।
बताया जा रहा है कि ग्राम करहैया में रहने वाले किसान राजेंद्र रघुवंशी की जमीन पर खसरा क्रमांक नही था। इस प्रशासनिक गलती के सुधार के लिए वह अधिकारियों के पास कई बार गया, लेकिन जब उसकी समस्या दूर नहीं हुई तो उसने इस बात की षिकायत मुख्यमंत्री हेल्पलाइन 181 पर कर दी।
जब यह षिकायत संबंधित तहसीलदार दिनेश बरगले के पास पहुंची तो वे जमकर नाराज हो गए और उन्होंने किसान को फोन लगाया, लेकिन किसान अपना फोन घर पर रखकर कही चला गया था। जिसे उसकी पत्नी ने रिसीव किया। तहसीलदार ने उससे अभद्र भाषा का इस्तेमाल करते हुए पुलिस में भेजने की धमकी दे दी, चंूकि किसान की पत्नी हाई बीपी की पेशेंट थी।
वह यह सुनकर घबरा गई और बेहोश होकर जमीन पर गिर गई। आधे घंटे बाद जब किसान का लड़का घर आया तो देखा कि उसकी मां बेहोश पड़ी हुई है तुरंत डॉक्टर को बुलाया और प्राथमिक उपचार किया। जब किसान को यह बात पता चली तो उसने तहसीलदार के खिलाफ कार्रवाई किए जाने की मांग को लेकर कलेक्टर अरविंद्र दुबे को आवेदन सौंपा।
वही, ग्रामीणों और सामाजिक लोगो के साथ पहंुचकर उसने तहसीलदार के खिलाफ कार्यवाही को लेकर थाना देवरी का घेराव कर जमकर नारेबाजी की और मुख्यमंत्री और पुलिस अधीक्षक के नाम ज्ञापन सौंपा।