मुक्तिधाम में टीनशेड नहीं,बारिश से बचाने के लिए चिता को तिरपाल से ढंककर किया अंतिम संस्कार | sagar tv news |
ग्रामीण क्षेत्रों में विकास को लेकर सरकार भले ही लाखों रूपए खर्च करती हो लेकिन प्रशासन की लापरवाही कहें या बेरुखी कि आज भी सागर जिले के कई गांव विकास से कोसों दूर है। हालात यह बने है कि श्मशान घाट तक जाने के लिए न तो रास्ता है और न ही टीनषेड।
जिसके चलते लोगों को तिरपाल लगाकर अंतिम संस्कार करना पडता है। ऐसा ही मामला सागर जिले के खुरई से सामने आया है। बताया जाता है कि खुरई ब्लाक के बसाहरी ग्राम पंचायत के पट्टी टांड़ा गांव एक व्यक्ति का निधन हो गया था, लेकिन तेज बारिश होने के कारण अंतिम संस्कार तत्काल नहीं हो सका, इसके लिए बारिश रुकने का इंतजार करना पड़ा और एक दिन बाद जब बारिश कम हुई, तब जाकर ग्रामीण खेतों में से होते हुए श्मशानघाट पर पहुंचे, जहां कुछ लोगों ने तिरपाल तानी फिर अंतिम संस्कार किया जा सका।
बताया जाता है कि अगर बारिश के दौरान चिता जलाई जाए तो फिर मुसीबत और बढ़ जाती है। बताया जा रहा है कि श्मशान घाट में लंबे समय से टीन शेड तक नहीं लग सका। न ही यहां तक जाने के लिए पक्का रास्ता बनाया बना। जिसके चलते लोगों को कीचड़ भरे रास्ते से गुजरकर श्मशान घाट तक जाना पडता है।
जबकि इस मामले में कई बार ग्रामीणों ने अधिकारियों को बताया, लेकिन किसी ने भी परवाह नहीं की। बताया जाता है कि ब्लॉक के कई गांव ऐसे हैं, जहां आज भी श्मशान घाट नहीं हैं और लोगों को अंतिम संस्कार के लिए काफी दूर जाना पडता है।
By - Yogendra Singh Gaur Sagar TV News from Khurai.-