सागर-बाघराज मंदिर पर शिवलिंग रूद्र निर्माण का आयोजन शुरू होने से पहले नाग देवता ने दिये दर्शन
बाघराज वार्ड स्थित मां हरसिद्धि देवी मंदिर की महिमा अपरंपार है और यहां जो भी धार्मिक आयोजित होने होते है, तब इसके पहले यहां रहने वाले दादा एक बार जरूर दर्शन देते है और इसके बाद भी यहां ऐसे धार्मिक आयोजन शुरू हो पाते है। यह दादा कोई इंसान नहीं बल्कि एक नाग देवता है।
बहरहाल, इस बारे में बताया जा रहा है कि रविवार से मां के दरबार में शिवलिंग रूद्र निर्माण का आयोजन शुरू किया जाना था, लेकिन इस आयोजन के पहले सुबह के वक्त दादा ने यहां आकर अपनी स्वीकृति दी। इसके बाद यह आयोजन शुरू किया गया।
नाग के रूप में दादा ने मां के दर्शन गए और गर्भगृह भी गए और इसके बाद यहां से चले गए। बताया जा रहा है कि यह नाग देवता किसी को भी कोई नुकसान नहीं पहुंचाते और लोगों को भी इनके पास जाने से कोई डर नहीं लगता।
लोगों की इन पर बडी आस्था है। उनके यहां का सिलसिला लंबे समय से चल रहा है। हालांकि, यह भी पता नही चल सका कि यह कहां से आते है और दर्शन करने बाद कहां चले जाते है। ऐसी ही एक और मान्यता यह भी है सालों पहले एक बाघ मां के दरबार में आकर मां के दर्शन करता था।
लेकिन बदलते समय के साथ अब बाघ नहीं आता और इसी वजह से इस मंदिर को बाघराज मंदिर के नाम जाना जाता है और बडी संख्या में भक्त यहां मां के दर्शन करने के लिए दूर-दूर से आते है।