सहरिया क्रांति, उमड़ा जनसैलाब, हमको राशन पानी दो नारों से गूंजा शहर
कुपोषण से मुक्ति पाने के लिए शहरिया समाज की महिलाओं को 1000 रुपए प्रति माह देने की षुरूआत 2018 के चुनाव से पहले शिवराज सरकार ने की थी, लेकिन इस राषि को बाद में कमलनाथ सरकार ने बंद करवा दिया, लेकिन जब साल 2020 में फिर से शिवराज सरकार बनी तो इस योजना का लाभ इन महिलाओं को नहीं मिल सका।
जिससे इस समाज के लोग सरकार से खासे आक्रोषित है और इसी बात के चलते शहरिया समाज के लोगों ने षिवपुरी में रैली निकाली और कलेक्ट्रेट पहुंच कर डिप्टी कलेक्टर को ज्ञापन दिया। जिसमें यह राषि फिर से दिये जाने की आवाज उठाई गई। इस संबंध में शहरिया क्रांति के संयोजक संजय बेचौन ने बताया कि शहरिया समाज के लोगों की सुनवाई नहीं हो रही है।
ना तो उन्हें राशन मिल रहा है और ना ही उन्हें जमीन के ही पट्टे दिए जा रहे हैं। साथ ही जिले में बड़े पैमाने पर पत्थर की अवैध खदानों का संचालन किया जा रहा है इन खदानों को बंद किया जाना चाहिए यदि प्रशासन की नहीं सुनेगा तो हम उग्र आंदोलन करेंगे। वही रैली में शामिल लोगों का कहना है कि उनकी कलेक्ट्रेट में कोई सुनवाई हो रही।
शहरिया समुदाय के लोग कलेक्ट्रेट में चक्कर काटते हैं लेकिन उनकी समस्याओं को दूर करने में अधिकारी कोई रूचि नहीं दिखाते। न ही एक हजार की राषि सरकार द्वारा महिलाओं को दी जा रही है।