आजादी के 70 साल बाद भी सड़क, बिजली और स्वास्थ्य के लिए तरस रहे लोग
सरकार प्रदेश में विकास के दावे के साथ-साथ बेहतर स्वास्थ्य सुविधाएं देने के वादे करती है, लेकिन इसके उलट लोग आज भी लोग इन सुविधाओं से दूर है। जी हां हम बात कर रहे है जिले की बड़वानी विधानसभा के पाटी विकास खण्ड की, जो प्रदेश के पशुपालन मंत्री प्रेमसिंह पटेल का विधानसभा क्षेत्र है।
यहां आज भी स्वास्थ्य सुविधाओं की कमी है। इस मामले में ग्राम वलन के ग्रामीण ने बताया कि यहां के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में प्रतिदिन 100 से 150 ओपीडी आ रही है, लेकिन इनको देखने के लिए यहां मात्र 4 डॉक्टर है, जिनमे एक डॉक्टर सप्ताह में 5 दिन यहां तो दो दिन जिला मुख्यालय अटैच रहते है।
सुविधाओं की बात करें तो इस हॉस्पिटल में सोनोग्राफी मशीन है, लेकिन उसे चलाने वाला कोई नही है। इससे मशीन धूल खा रही है। यहां बिजली जाने के बाद वैकल्पिक व्यवस्था नही है। हालात यह बने है कि जब तक यहां बिजली न आये तब-तक मरीजों को परेशान होना पड़ता है।
यदि यहां के स्टॉफ की बात करें तो डॉक्टरों के 8 पद है जिसमे 4 डॉक्टर है और 4 पद खाली पड़े है फिलहाल 3 मेडिकल ऑफिसर और एक बीएमओ है।
लेकिन यहां शिशु रोग विशेषज्ञ, हड्डी रोग विशेषज्ञ, सर्जन, एनेस्थीशिया जैसे डॉक्टर के पद खाली है। ऐसे में ग्रामीणों को इलाज कराने के लिए जिला मुख्यालय जाना पड़ता है। वही, बिजली सडक की समस्या के बारे में जयस के प्रदेश प्रवक्ता संदीप नरगावे ने बताया कि गन्धावल क्षेत्र में बिजली का कोई समय नही है। कभी 2 घंटे तो कभी 3 घंटे मिल रही है। सड़के बनी है लेकिन कई क्षेत्र ऐसे है जहां आज भी सड़क की दरकार है। लेकिन ध्यान नहीं दिया जा रहा है। इसके अलावा उन्होंने गांव की और भी कई समस्याएं गिनाई।