सरकारी अस्पताल के हालात खराब, मरीजों की जान लगी दांव पर
एमपी के कई सरकारी अस्पतालों के हालत बदतर है। आलम ये है कि करोड़ो की लागत से बने अस्पतालो में डॉक्टर नही है, ऐसे में दूर दराज से इलाज कराने आए मरीजों का इलाज अस्पताल के सुरक्षाकर्मी कर रहे है। ऐसा ही हैरान कर देने वाला मामला एमपी के शहडोल जिले के झिकबिजुरी सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र से सामने आया है।
आप तस्वीर मे साफ तौर पर देख सकते है एक सुरक्षाकर्मी मरीज का इक्यूपमेंट से जांच कर इलाज कर रहा है। अस्पताल में डॉक्टर नही होने से आम आदमी ही नही बल्कि पुलिस विभाग को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है।
एमएलसी कराने के लिए या तो जैतपुर या फिर बुढार जाना पड़ता है। जिससे काफी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। वही इस मामले में जिले के जिम्मेदार अधिकारी पूरे प्रदेश में डॉक्टर की कमी का रोना रोकर अपना पल्ला झाड़ लेते है।
आपको बता दे कि समुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में कम से कम 8 डाक्टर की पदस्थापना होनी चाहिए। इसके साथ ही वार्डबॉय, टेक्नीशियन, नर्स होनी चाहिए, लेकिन यहां 1 डाक्टर भी नही है। जिसके चलते लोगो को इलाज के लिए यहां वंहा भटकना पड रहा, विवश होकर प्राइवेट अस्पतालों का रुख करना पड़ रहा है। आपको बता दे कि ये वही झिकबिजुरी है जंहा सड़क और स्वास्थ्य सुविधा को लेकर दो दिन पहले ग्रामीणांे ने विधायक मनीषा सिंह के काफिले को रोक कर विरोध जताते हुए विधायक को खूब खरी खोटी सुनाई थी।