बोरवेल में गिरी मासूम को 6 घंटे रेस्क्यू ऑपरेशन चलाकर निकाला गया बाहर, लेकिन बचाया नहीं जा सका
एमपी के विदिशा जिले में ढाई साल की बच्ची अस्मिता अहिरवार खुले बोरवेल में गिर गई थी. जिसे बाहर निकाल लिया गया है. प्रशासन की टीम अस्मिता को सिरोंज अस्पताल लेकर पहुंची है, लेकिन अस्मिता को नहीं बचाया जा सका है. अस्मिता जिंदगी की जंग हार गई. प्रशासन ने मौत की पुष्टि कर दी है.
करीब 20 से 25 फीट गड्ढे की गहराई में बच्ची गिरी थी. नीचे पत्थर होने और बारिश के कारण सुरंग बनाने में दिक्कतें आई. ड्रील मशीन के जरिये सुरंग बनाया गया, फिर 6 घंटे रेस्क्यू ऑपरेशन के बाद बच्ची को बाहर निकाला गया है.
शिशु रोग विशेषज्ञ सुरेश अग्रवाल का कहना है कि दम घुटने के कारण ही मासूम की मौत हुई है. हादसे के 2 घंटे के बाद ही बच्ची की मौत हो गई है. तमाम कोशिश की गई, लेकिन बचा नहीं पाए. कल सुबह मासूम अस्मिता का पोस्टमार्टम किया जाएगा.
दरअसल जिले के पथरिया थाना क्षेत्र के गांव कजरी बरखेड़ा में मंगलवार को ढाई साल की बच्ची अस्मिता अहिरवार पिता इंदर सिंह अहिरवार (पप्पू) घर के आंगन में खेल रही थी. इस दौरान वह खुले बोरवेल में जा गिरी. सूचना मिलने पर प्रशासनिक अमला मौके पर पहुंचा.
जेसीबी से बोरवेल के आसपास खोदाई की गई. गड्ढे के अंदर बच्ची तक आक्सीजन पहुंचाया गया. एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम ने रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया.
लेकिन बचाया नहीं सका. सरकार ने प्रदेश भर में सभी बोरवेल को बंद करने के निर्देश दिए थे, लेकिन उस पर कोई अमल नहीं हुआ. जिसका नतीजा मासूमों को भुगतना पड़ रहा है.बता दें इस साल 2023 में विदिशा जिले में खुले बोरवेल में गिरने का यह दूसरा मामला है.
इससे पहले भी 14 मार्च 2023 को बोरवेल में सात साल का लोकेश गिर गया था.